नवीन चौधरी ने किसानों की आय बढ़ाने हेतु मसालों की खेती, औशधीय पौधों की खेती के लिए समीक्षा बैठक आयोजित की
जम्मू 04 फरवरी (हि.स.)। कृषि उत्पादन और किसान कल्याण विभाग के प्रिंसिपल सचिव, नवीन कुमार चौधरी ने कृषि परिसर में कृषि यंत्रीकरण और खरीफ के मौसम की तैयारी के संबंध में बैठक का आयोजन किया। केंद्र शासित प्रदेश में मसालों और औषधीय पौधों की खेती पर चर्चा करते हुए, प्रधान सचिव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कृषि और बागवानी क्षेत्रों की अधिकता है। जिसके लिए सम्बंधितों को इस तरह के घटनाक्रम को सुनिश्चित करने के लिए समानता के साथ काम करने की आवश्यकता है। नवीन ने कहा कि रामबाण में जैतून की खेती और कठुआ-सांबा क्षेत्र में हल्दी की खेती बेहद सफल हो सकती है। अतिरिक्त लोगों को केवल जैविक फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इस अवसर पर कश्मीर के कुछ जिलों में मिर्च की खेती का भी सुझाव दिया गया तथा इस बात पर प्रकाश डाला गया कि व्यवसायी बड़ी मात्रा में उपज की खरीद के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अधिकारी धन के निर्बाध प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए फसलों की मौसमी प्रकृति को ध्यान में रखते हुए अपने बजट और वित्त की योजना बनाते है। इस अवसर पर प्रिंसिपल सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे विभागीय योजनाओं के लाभों को जनता तक पहुँचाने के लिए और प्रभावी ढंग से और कुशलतापूर्वक आवंटित धनराशि खर्च करें। उन्होंने अधिकारियों से सभी सरकारी योजनाओं के आवेदकों तक पहुंचने और उनके आवेदनों में पेंडेंसी को हल करने में मदद करने को कहा। अतिरिक्त बुनियादी ढाँचे को विकसित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। बैठक में प्रिंसिपल सचिव ने निदेशकों, संयुक्त निदेशकों और जिला अधिकारियों को अगले वर्ष के लिए दृष्टिकोण रखने हेतु अच्छी तरह से निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करना पंचायतों के समूह के लिए सामूहिक योजना बनाना और किसानों के लाभ के लिए अन्य विभागों के साथ समन्वय में काम करने को कहा। हिन्दुस्थान समाचार/मोनिका/बलवान-hindusthansamachar.in