जम्मू, (हि.स.)। शिवसेना (यूबीटी) जम्मू-कश्मीर ईकाई ने डॉ. फारुख अब्दुल्ला के जहन्नुम में जाए वाले ब्यान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि धारा 370 इतिहास बन चुकी है। मगर कुछ राजनेताओं की सुई आज भी धारा 370 पर अटकी है जो विपक्षी एकजुटता की राह में बहुत बड़ा रोडा साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि वे आगे बढ़ें और जनता के मुद्दों पर आवाज बुलंद करें।
धारा 370 पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले दलों और नेताओं को लगा झटका
पार्टी प्रदेश कार्यालय में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने कहा शीर्ष न्यायालय के निर्णय से धारा 370 पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले दलों और नेताओं को झटका लगा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ एवं मौजूदा सांसद और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के जहन्नुम में जाए वाला ब्यान इसी झटके का नतीजा है। हालांकि उन्होंने कुछ समय बाद अपने बयान पर सफाई भी दी है।
370 का राग अलापने वालों को अपनी ज़िद छोड़ आगे बढ़ने की नसीहत
साहनी ने धारा 370 का राग अलापने वालों को अपनी ज़िद छोड़ आगे बढ़ने की नसीहत दी है। साहनी ने कहा कि डॉ. फारुख अब्दुल्ला तो जम्मू कश्मीर की राजनीति में सक्रिय सबसे वरिष्ठ नेता हैं। उनके नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर की तमाम विपक्षी पार्टियां एकजुटता के साथ जन मुद्दों पर आवाज बुलंद कर रही है। हमें जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा, लोकतांत्रिक प्रक्रिया बहाली तथा स्थानीय लोगों के अधिकारों की मांगों को लेकर आगे बढ़ना होगा।
जम्मू-कश्मीर का युवा आज नशाखोरी का शिकार हो रहा है
देश का ताज कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर का युवा आज नशाखोरी का शिकार हो रहा है, बेरोज़गारी, महंगाई पर हम शीर्ष पर पहुंच रहे हैं। इस मौके अध्यक्ष महिला विंग मिनाक्षी छिब्बर, महासचिव विकास बख्शी, उपाध्यक्ष संजीव कोहली, अध्यक्ष कामगर सेना राज सिंह, सचिव राजेश हांडा, महिन्द्रा सिंह, राजिन्द्र कुमार आदि उपस्थित थे।
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