जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग ताजा यातायात के लिए खुला
जम्मू, 10 जनवरी (हि.स.)। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को पिछले सप्ताह भारी बर्फबारी के बाद सात दिनों के बाद रविवार को फिर से यातायात के लिए खोल दिया गया है। जम्मू और कश्मीर के कुछ अन्य हिस्सों में ताजा बर्फबारी भी हुई है। 260 किलोमीटर लंबा राजमार्ग कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र ऑल-वेदर रोड है। हालाँकि राजमार्ग केवल एकतरफा जम्मू से श्रीनगर की ओर यातायात के लिए बहाल किया गया है। भारी बर्फबारी के मद्देनजर बर्फ और भूस्खलन और शूटिंग के पत्थर जमा होने के कारण राजमार्ग 3 जनवरी को अवरुद्ध हो गया था। कई वाहन हाइवे पर फंसे हुए थे जो पांच दिनों तक यातायात के लिए बंद रहे। शुक्रवार को सड़क को साफ कर दिया गया था, लेकिन उस दिन और शनिवार को केवल फंसे वाहनों को अपने-अपने गंतव्य तक जाने की अनुमति दी गई थी। हालांकि जैसा कि मौसम में सुधार हुआ है और सड़क की स्थिति भी बेहतर रही आज रविवार को ताजा यातायात की अनुमति दी गई। वहीं मुगल रोड जो कि वैकल्पिक सड़क-लिंक है और जो शोपियां-राजौरी अक्ष के माध्यम से घाटी को जम्मू डिवीजन से जोड़ता है, इस क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। श्रीनगर सहित घाटी के कुछ हिस्सों में रविवार को बर्फबारी को कुछ कश्मीर घाटी के कुछ इलाकों कुलगाम, शोपियां, पुलवामा तथा श्रीनगर शामिल है। ताजा बर्फबारी के चलते यहां हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन को कुछ हद तक प्रभावित किया। श्रीनगर और कुछ अन्य इलाकों में सुबह-सुबह ताजा बर्फबारी हुई। मौसम विभाग के अनुसार किसी भी बड़े हिमपात का पूर्वानुमान नहीं है और मौसम के 14 जनवरी तक मुख्य रूप से शुष्क रहने की संभावना है। वहीं ताजा बर्फबारी ने कश्मीर घाटी में हवाई यातायात को कुछ समय के लिए प्रभावित किया और श्रीनगर हवाई अड्डे पर सुबह की उड़ानों में देरी हुई। खराब दृश्यता के कारण उड़ान संचालन बाधित हुआ। इस बीच कश्मीर घाटी में न्यूनतम तापमान में सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी हिमांक से नीचे है। जम्मू और कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुलमर्ग पर्यटक स्थल में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 7.2 डिग्री सेल्सियस, पहलगाम पर्यटन स्थल, जो दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए एक आधार शिविर के रूप में कार्य करता है, का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 5.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 0.4 डिग्री सेल्सियस, कुपवाड़ा में शून्य से नीचे 1.5 डिग्री सेल्सियस और कोकेरनाग में शून्य से नीचे 1.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वर्तमान में कश्मीर ‘चिल्लाई-कलां’ की चपेट में है। 40 दिन की कठोर सर्दियों की अवधि में शीत लहर में तेजी हो गई है और तापमान काफी गिर गया है, जिसमें प्रसिद्ध डल झील सहित जलस्रोत जम गये है। साथ ही घाटी के कई हिस्सों में पानी की आपूर्ति लाइन भी प्रभावित हुई है। इस अवधि के दौरान बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक और अधिकतम होती है। ‘चिल्लाई-कलन’ 21 दिसंबर से शुरू हुआ था जो कि 31 जनवरी को समाप्त होगा, उसके बाद भी कश्मीर में 20 दिनों तक ‘चिल्लाई-खुर्द’ (छोटी ठंड) और 10 दिन का लंबा ‘ चिल्लाई-बाचा’ (शिशु कोल्ड) के साथ शीत लहर जारी रहेगी। हिन्दुस्थान सामचार/कुलदीप/बलवान-hindusthansamachar.in