श्रीनगर, (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को चेतावनी दी कि राजनीतिक बातचीत न होने पर केंद्र शासित प्रदेश का भी गाजा जैसा ही हश्र होगा, जो इजराइल के साथ युद्ध में है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के नेताओं से बातचीत के माध्यम से अपने द्विपक्षीय मुद्दों का समाधान खोजने का भी आग्रह किया।
हम अपने दोस्त बदल सकते हैं लेकिन अपने पड़ोसी नहीं
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा कि अटल ने कहा था कि हम अपने दोस्त बदल सकते हैं लेकिन अपने पड़ोसी नहीं। अगर हम अपने पड़ोसियों के साथ मित्रतापूर्ण रहेंगे तो दोनों प्रगति करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा था कि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है और बातचीत के जरिए मामला सुलझाया जाना चाहिए।
पाकिस्तान के साथ हमें बातचीत करना पड़ेगा
फारूक ने परमाणु शक्ति संपन्न भारत और पाकिस्तान से पूछा कि संवाद कहां है? नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं और वे कह रहे हैं कि हम भारत के साथ बात करने के लिए तैयार हैं लेकिन क्या कारण है कि हम बात करने के लिए तैयार नहीं हैं।
बातचीत करो वरना हमारा भी होगा गाजा जैसा हाल...
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हम बातचीत के जरिए समाधान नहीं ढूंढते हैं तो हमारे कश्मीर का भी गाजा और फिलिस्तीन जैसा ही हश्र होगा, जिन पर इजराइल बमबारी कर रहा। फारूक अब्दुल्ला की ताजा टिप्पणी पुंछ सेक्टर में सेना के काफिले पर आतंकी हमले में पांच सैनिकों के बलिदान होने कुछ ही दिनों बाद आई है।
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