जम्मू-कश्मीर के कौशल क्षेत्र को उन्नत हेतु सुधार के लिए डॉ. सामून ने आईटीआई पास छात्रों के लिए प्लेसमेंट, जॉब-फेयर का उद्घाटन किया
कठुआ, 9 फरवरी (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के कौशल क्षेत्र को उन्नत हेतु सुधार के लिए प्रिंसिपल सचिव, स्किल डिवल्पमेंट डिपार्टमेंट डॉ. असगर हसन सामून ने आईटीआई पास छात्रों के लिए जॉब-फेयर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए प्रिंसिपल सचिव, स्किल डिवल्पमेंट डिपार्टमेंट (एसडीडी), डॉ. असगर हसन सामून ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के कौशल क्षेत्र में सुधार हेतु औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को नए प्रशिक्षण उपकरणों को समन्वय किया जा रहा है। अतिरिक्त इन प्रशिक्षण संस्थानों में उन्हें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने के लिए सक्षम करने के लिए नवीनतम प्रषिक्षण उपकर्र्णों से जोडा जा रहा है। इस अवसर पर 45 से अधिक संगठनों ने अलग-अलग ट्रेडों में प्रशिक्षित 500 से अधिक आईटीआई पास आउट लेटर के बीच स्पॉट जॉब ऑफर लेटर दिए। डॉ. सामून ने विभिन्न विभागों के 30 से अधिक स्टॉलों का निरीक्षण किया तथा सरकारी विभागों के स्टॉलों पर स्वरोजगार और नई उद्यमशीलता के लिए पेश की गई योजनाओं का जायजा लिया। डॉ. समून ने कहा कि कठुआ आईटीआई ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी में उत्कृष्टता केंद्र है, जिसके लिए अशोक लेलैंड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो मोटर वाहन प्रौद्योगिकी क्षेत्र में करियर बनाने में रुचि रखने वाले जम्मू और कश्मीर के छात्रों की मदद करेगा। वहीं उपकुलपति सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ जम्मू अशोक आइमा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि शिक्षाविदों के पाठ्यक्रमों के साथ-साथ छात्रों के बीच उद्यमशीलता उन्मुखीकरण को नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी-प्रदाता बनाने में मदद मिलेगी। इसी प्रकार उपकुलपति विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय हरियाणा राज नेहरू ने अपने संबोधन में छात्रों से उद्योगों की मांग में फिट होने के लिए कई ट्रेडों में खुद को प्रशिक्षित करने की अपील की। इसी बीच मिशन निदेशक, जेएंडके कौशल विकास मिशन, डॉ. सईद आबिद रशीद शाह ने कहा कि छात्रों को अपने घर के दरवाजे पर कैरियर के अवसर प्राप्त करने में मदद करने के लिए प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिसका मकसद जम्मू और कश्मीर में उद्योगों और कुशल मानव संसाधनों के बीच की कड़ी को मजबूत करना था। वहीं निदेशक, कौशल विकास जेएंडके, सज्जाद हुसैन गनई ने कहा कि कौशल विकास विभाग उद्योगों की मांग को पूरा करने के लिए कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईटीआई संस्थानों को नौकरी की गारंटी देने वाली संस्थाओं के रूप में बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 13 पॉलिटेक्निक कॉलेजों के नागरिक ढांचे को छह महीने में पूरा करने के लिए 100 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की गई है। अतिरिक्त पॉलिटेक्निक और आईटीआई के पाठ्यक्रम को आधुनिक औद्योगिक मांगों के अनुरूप तैयार करने के लिए एक विशेषज्ञ परामर्श को कार्यरत किया गया है। इस अवसर पर डीसी कठुआ ओम प्रकाश, प्रिंसिपल पॉलिटेक्निक कॉलेज कठुआ, जीएम डीआईसी कठुआ, प्रेसीडेंट इंडस्ट्रियल एसोसिएशन कठुआ, अधीक्षक आईटीआई कठुआ, चेनाब टेक्सटाइल मिल्स और अन्य प्रमुख उद्योगों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आईटीआई के बाहरी और छात्र उपस्थित थे। हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान-hindusthansamachar.in