स्कूलों एवं घरों में बच्चे बाल संरक्षण हेतु राजदूत होंगेः सलाहकार फारूक खान
जम्मू 12 जनवरी (हि.स.)। स्वामी विवेकानंद की 159वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में, उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने बाल अधिकारों, बाल संरक्षण पर जम्मू जिले के बच्चों के समूह के एक क्षमता कार्यक्रम का उद्घाटन किया। किशोर न्याय अधिनियम और आईसीपीएसए कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय विकास फाउंडेशन ने जिला चाईल्ड प्रोटेक्शन के सहयोग से इंजीनियरस छन्नी के इंस्टीट्यूशन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए, सलाहकार ने कहा कि बच्चे स्वयं अपने स्कूलों, घरों और समाज में बाल संरक्षण के लिए राजदूत बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि बाल अधिकारों का उल्लंघन घरों से शुरू होता है और बच्चे बच्चों से संबंधित इन अपराधों को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों को बड़े सपने देखने चाहिए और अपने सपनों को पूरा करने के लिए शानदार प्रयास करने चाहिए। फारूक खान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक संत, महान विचारक, समाज सुधारक और युवा आइकन थे। “उनकी कालातीत शिक्षा और ज्ञान युवा सषक्तीकरण के पीछे प्रेरक शक्ति है उन्होंने युवाओं को समाज की भलाई के लिए उत्कृष्टता और निस्वार्थ कार्य करने की भावना विकसित करने के लिए प्रेरित किया। सलाहकार ने कहा कि युवाओं को अतीत छोडकर भविष्य की ओर बढना चाहिए। उन्होंने युवा पीढ़ी से राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करने हेतु आग्रह किया। उन्होनंे कहा कि ‘‘स्वामी जी के दर्शन और उनके लिए आदर्श और भारतीय युवा दिवस प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत हो सकता है‘‘। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद को विश्व धर्म संसद में उनके 1893 के भाषण के लिए याद किया जाता है जिसमें उन्होंने युवाओं की क्षमता निर्माण पर विशेष जोर दिया था। कार्यक्रम की शुरुआत प्रतिज्ञा समारोह के साथ हुई जिसके बाद बाल अधिकारों के संरक्षण के संबंध में पोस्टर जारी किए गए। नारी निकेतन आर.एस. पुरा के छात्रों ने देशभक्ति गीत पर एक शानदार नृत्य प्रदर्शन किया, जिसे सबने सराहा। सलाहकार ने बाल आश्रम, नारी निकेतन और अन्य घरों के बच्चों के बीच आयोजित संगोष्ठी और चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं के बीच पुरस्कार भी बांटे। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप/बलवान-hindusthansamachar.in