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‘कर्मचारियों एवम पैंशनरों की तीन बकाया डीए की किस्तों को जल्द जारी की जाएं: दूबे‘

उधमपुर, 28 जून (हि.स.)। पीपुल डैमोक्रेटिक ट्रेड यूनियन उधमपुर के जिला प्रधान विपिन दूबे ने एक प्रैस विज्ञप्ति के जरिए सरकार द्वारा तमाम कर्मचारियों एवम पैंशनरों की डीए की किस्तों का रोक करने रखने पर सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कर्मचारी वर्ग को हर तरफ से मार दी है। एक तो उनकी डीए की तीन किस्तें जोकि जनवरी 2020 में 4 प्रतिशत के हिसाब से, जुलाई 2020 को 3 प्रतिशत के हिसाब से, तथा जनवरी 2021 में 4 प्रतिशत के हिसाब से रोक कर रखी हैं। कोरोना की इस महामारी में कर्मचारियों ने अपनी तथा अपने परिवार के सदस्यों की जान पर खेलकर जनता की सेवा की है। उन्हांेने कहा कि सरकार ने हर तरफ से आम जनता तथा कर्मचारी वर्ग को परेशान कर रखा है। उन्होंने कहा कि पहले कोई कर्मचारी सेवानिवृत होता था तो उसको फिक्स डिपाजिट पर 9 से 10 प्रतिशत ब्याज मिल जाता था, जिससे वह अपना गुजारा चला सकता था और अगर बीमार हो जाता था तो वह उस ब्याज के पैसों से अपना इलाज करवा सकता था। मगर इस सरकार ने फिक्स डिपाजिट का ब्याज दर 4.5 प्रतिशत कर दिया और जीपीएफ का ब्याज दर 7.1 प्रतिशत कर दिया है। इसी तरह तमाम बैंकों के ब्याज दर कम कर दिए गए हैं। चाहे बचत खाते हो या फिर रैकरिंग खाते या फिर पीपीएफ सब की ब्याज दरें कम करके कर्मचारी वर्ग के जख्मों पर मरहम की जगह नमक छिड़क दिया है। उपर से डीए की तीनों किस्तों को रोक कर जलती पर घी का काम किया है। दूबे का कहना था कि इस समय महंगाई अपनी चरम सीमा पर है। डीजल तथा पैट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। खाने पीने की चीजें चाहे, आटा हो चावल हो दालें हो चीनी हो या खाने बाले तेल हों, सबको आग लगी हुई है। फिर उपर से सरकार ने कर्मचारियों एवं पैंशनों की डीए की किस्ते रोक रखी हैं। विपिन दूबे ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से मांग करते हुए कहा कि महंगाई तथा महामारी में कर्मचारियों द्वारा जनता की सेवा को देखकर अब बिना देरी किए हुए कर्मचारियों तथा पैंशनरों को उनकी तीनों डीए की किस्तें एरियर के साथ जल्द दी जाएं ताकि कर्मचारियों कोे कुछ राहत मिल सके। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान ---------

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