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‘माननीय प्रधानमंत्री कर्मचारी वर्ग की भी मन की बात सुनें: दूबे‘

उधमपुर, 1 जून (हि.स.)। पीपुल डैमोक्रेटिक ट्रेड यूनियन उधमपुर के जिला प्रधान विपिन दूबे ने एक प्रैस विज्ञप्ति के जरिए प्रधानमंत्री द्वारा रविवार को की गई मन की बात में जम्मू कश्मीर यूटी के कर्मचारियों की समस्याओं का कोई भी जिक्र नहीं करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 77वीं बार मन की बात की लेकिन बडे़ अफसोस से कहना पड़ रहा है कि कर्मचारी वर्ग के मन की बात एक बार भी नहीं सुनी। अच्छा होता वह सिर्फ एक बार मन की बात इस कर्मचारी वर्ग की भी सुनते। उन्होंने कहा कि इस समय देश में महंगाई अपनी चरम सीमा पर है। हर चीज की कीमतें आसमान छू रही हैं। वह चाहे खाने-पीने की चीजें हों, दवाईयां हों या फिर रसोई गैस, पैट्रोल, डीजल के दाम हों। हर नई उचांईयां छू रहे हैं लेकिन इस कमर तोड़ महंगाई को काबू करने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा है। उनका कहना था कि इस कमर तोड़ महंगाई में अगर सही मायनों में कोई पीस रहा है तो वह है, मध्यम व गरीब लोग तथा कर्मचारी वर्ग। दूबे ने कहा कि एक तो महंगाई चरम पर है दूसरा सरकार द्वारा तमाम अपने कर्मचारियों तथा पैंशनरों की डीए की किश्तें न देकर जलती पर नमक छिड़कने का काम किया है। कर्मचारियों को उनकी तीन डीए की किश्तें न देना उनके साथ वेइंसाफी है। कर्मचारी वर्ग इस कोविड महामारी में अपनी जान को हथेली पर रखकर देश तथा जनता की सेवा कर रहा है। इस कोविड की वजह से कई कर्मचारी जनता की सेवा करते-करते अपनी जान खो बैठे हैं। विपिन दूबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि अब कर्मचारी वर्ग की मन की बात को भी सुनें और तमाम कर्मचारी एवम पैशनरों की डीए की तीनों किश्तों को जल्द से जल्द जारी करें। ताकि कर्मचारियों को इस कमर तोड़ महंगाई में कुछ राहत मिल सके। उन्होंने राज्य के कर्मचारियों का मैडीकल अलाउंस 300 रूपए से बढ़ाकर 2 हजार रूपए प्रति महीना करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि कोविड के चलते डाॅक्टरांे ने भी अपनी फीस 200 रूपए से बढ़ाकर 500 रूपए तक कर दी है। उपर से दवाईयों की कीमतों में भी काफी इजाफा हो गया है। इसलिए मात्र 300 रूपए प्रति महीना मैडीकल अलाउंस कर्मचारियों के साथ एक भद्दा मजाक है। इसलिए मैडीकल अलाउंस कम से कम 2 हजार रूपया प्रति महीना किया जाए। हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान ---------

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