सर्पदंश के शिकार किसानों को मुहैया कराई जायें बेहतर सुविधाएं: चिब
जम्मू, 23 जुलाई (हि.स.)। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के अध्यक्ष एडवोकेट पी.एस. चिब ने गुरूवार को कहा कि सर्पदंश के शिकार किसानों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए। उन्होंने खेतों में काम करते समय सांप द्वारा काटे जाने पर किसानों की जान बचाने के लिए उपयुक्त कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा कि सांप के काटने से किसानों का जीवन खतरे में है जिससे हजारों लोगों की मौत होती है और कई लोग अपाहिज हो जाते हैं। जम्मू और कश्मीर के कई लोग जून और सितंबर के बीच मानसून के मौसम में सांप के काटने का शिकार होते हैं क्योंकि इस मौसम के दौरान सांप अक्सर बाहर निकलते हैं। चिब ने यह भी कहा कि ज्यादातर पीड़ित सांप के काटने के बाद पारंपरिक प्रथाओं और प्रार्थनाओं के लिए जाते हैं, लेकिन ऐसा करने के बजाय उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए। पीड़ित को अस्पताल लाने में देरी का प्रमुख कारण ग्रामीण क्षेत्रों में नजदीकी स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में जहर विरोधी खुराक की अनुपलब्धता है जिसके परिणामस्वरूप मृत्यु हो सकती है। चिब ने उपराज्यपाल जी.सी. मुर्मू से अपील की कि वे ग्रामीण क्षेत्रों के नजदीकी स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में जहर विरोधी दवा उपलब्ध कराएं ताकि सांप द्वारा काटे गए लोगों को जल्द से जल्द यह दवा मिल सके। उन्होंने कहा कि अगर सांप के काटने से किसी किसान की मृत्यु हो जाये तो किसानों के परिवारों को आर्थिक मुआवजा मिलना चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान-hindusthansamachar.in