राजस्व विभाग का कारनामा : मौत के एक साल बाद मृतक ने की जमीन की रजिस्ट्रियां
राजस्व विभाग का कारनामा : मौत के एक साल बाद मृतक ने की जमीन की रजिस्ट्रियां

राजस्व विभाग का कारनामा : मौत के एक साल बाद मृतक ने की जमीन की रजिस्ट्रियां

मंडी,13 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्व विभाग के एक कारनामा में खुलासा हुआ है कि मृत व्यक्ति ने अपनी मौत के एक साल बाद दो रजिस्ट्रियां की थीं। पीड़ित ने हाई कोर्ट को पत्र लिख कर मामले की जांच कराने के आदेश देने की मांग की है। इंद्र सिंह पुत्र तेजू, सेवती उर्फ रामकली और सीता देवी पुत्रियां तेजू निवासी मुहाल डीपीएफ थाची ने अपने अधिवक्ता आकाश शर्मा के माध्यम से हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को शिकायती पत्र प्रेषित किया है। शिकायत में कहा गया है कि मृत्यु प्रमाण पत्र में उसके पिता की मौत 11 फरवरी 1981 को दर्शाया गया है, जबकि हलका पटवारी व तहसीलदार औट ने वारिसान प्रमाणपत्र में पिता की मौत 13 जून 1990 दर्शायी है। जबकि 15 जून को 1982 के नंबर इंतकाम 15 द्वारा उनके पिता की जमीन की दो रजिस्ट्रियां की गई हैं। जबकि उसेके पिता स्व.तेजू राम की मौत 11-02-1981 को हो गई है। शिकायती पत्र में कहा गया कि जमीन को लेकर यह धोखाधड़ी मृतक व्यक्ति के नाम से की गई है, जबकि हम उस समय बच्चे थे। इस संबंध में एसडीएम मंडी ने 08 जनवरी 2016 को भी छानबीन की गई, जिसमें उन्होंने पाया कि इंतकाम न.13 दिनांक 08 जनवरी 1982 द्वारा मेदू, मदन तथा तेजू राम ने अपना 1/2 हिस्सा नीटू पुत्र मोती को बेच दिया है। जबकि उसी दिन इंतकाल 14 द्वारा मेदू, मदन व तेजू ने अपना आधा हिस्सा शुभ पुत्र जोगी को दे दिया। जबकि हमारे पिता की मौत 11-02-1981 को हो गई थी। यह धोखाधड़ी व फ्रॉड हुआ है। उन्हाेंने मुख्य न्यायाधीश से मांग की है कि मामले की जांच कर मुकदमा धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। हिन्दुस्थान समाचार/मुरारी/सुनील-hindusthansamachar.in

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