एक घण्टे में एक हज़ार रोटियां बनाने वाली मशीन शिमला के डीडीयू अस्पताल में स्थापित
एक घण्टे में एक हज़ार रोटियां बनाने वाली मशीन शिमला के डीडीयू अस्पताल में स्थापित

एक घण्टे में एक हज़ार रोटियां बनाने वाली मशीन शिमला के डीडीयू अस्पताल में स्थापित

शिमला, 20 दिसम्बर (हि.स.)। राजधानी शिमला के दीन दयाल अस्पताल जिला अस्पताल (डी.डी.यू) में नोफल वैलफेयर एंड चैरिटेबल सोसाइटी की ओर प्रतिदिन लगाए जाने वाले लंगर की रोटियां अब मशीन से बनेगी। कोरोना संकट काल में संक्रमण को ध्यान में रखते हुए और अधिक अधिक से मरीजों व तीमारदारों को समय से लंगर में रोटी उपलब्ध करवाने के लिए सोसायटी ने रोटी मशीन खरीद कर अस्पताल में स्थापित की है। इस एटोमैटिक रोटी मशीन की क्षमता एक घंटे में एक हजार रोटी बनाने की है। इस मशीन का शुभारंभ प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा उनके जन्मदिवस के मौके पर संस्था की ओर से करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर 6 जनवरी का दोपहर 1 बजे डी.डी.यू में इस मशीन का उद्घाटन करेंगे। नोफल संस्था के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने बताया कि सोसाईटी पिछले दो सालों से डी.डी.यू आने वाले मरीजों, तीमारदारों के लिए रोजाना दोपहर 12.30 से लेकर 2.30 बजे तक निशुल्क लंगर का आयोजन कर रही है। वहीं कोविड सेंटर बनाए जाने के बाद भी यह लंगर सीटी स्कैन करवाने, डायलासिस करवाने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों के लिए जारी रखा है। कोविड सेंटर के मरीजों को भी यह लंगर पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा डी.डी.यू में स्थापित एटोमैटिक रोटी मशीन 1 घंटे में 1 हजार रोटी तैयार कर सकती है। वहीं यह लगातार 12 से 13 घंटे तक चल सकती है और रोटी तैयार कर सकती है। संस्था का मानना है कि रोटी मशीन लगने के बाद अब वह 5 से 7 हजार लोगों को लंगर दे सकते हैं। यह मशीन लंगर में ही नहीं शिमला में किसी भी आपदा , धार्मिक कार्यों व अन्य कार्यों में भी यह मशीन रोटीयां बनाकर देगी और लोगों की सेवा की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल/सुनील-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in