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हिमाचल में दावानल पर काबू पाने के लिए वन विभाग को हैलीकॉप्टर की दरकार

शिमला, 20 अप्रैल (हि. स.)। हिमाचल में दावानल पर काबू पाने के लिए वन विभाग को हैलीकॉप्टर की दरकार है। वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में दावानल पर काबू पाने के लिए हैलीकॉप्टर मुहैया करवाने के मुद्दे पर चर्चा होगी। वन विभाग ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजा है। शिमला में मंगलवार को पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में वन मंत्री राकेश पठानिया ने बताया कि प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सभी जगहों पर दावानल पर दूसरे माध्यमों से काबू नहीं पाया जा सकता । ऐसी जगहों जहां दावानल पर दूसरे माध्यमों से काबू नहीं पाया जा सकता, हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विभाग ने इसे लेकर प्रस्ताव सरकार को भेजा है। मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जंगलों में लगने वाली आग बुझाने के लिए वन विभाग ने अग्निशमन विभाग से समझौता कर लिया है। कई जगह पर फायर टेंडर और कुछ स्थानों पर टैंकर के जरिए आग बुझाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इस साल जमीन में नमी कम होने से आग की घटनाएं ज्यादा हुई है। बीते दो.तीन दिनों के दौरान हुई बारिश से आग पर काबू पाने में मदद मिली है। उन्होंने दावा किया कि लोगों को भी जंगलों में आग न लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में साल दर साल दावानल की घटनाएं बढ़ रही हैं। इस साल अप्रैल माह तक दावानल की करीब 855 घटनाएं अब तक सामने आई हैं। शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा तथा मंडी जिलों में नुकीली पत्तियों वाले चीड़ के जंगलों में दावानल की घटनाएं अधिक हुई हैं। इस साल फरवरी माह में 82 तथा मार्च में 63 फीसद कम बारिश हुई। बारिश कम होने की वजह से सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/उज्जवल

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