ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए टास्क फोर्स का गठन

task-force-formed-to-stop-the-spread-of-corona-infection-in-rural-areas
task-force-formed-to-stop-the-spread-of-corona-infection-in-rural-areas

शिमला, 27 मई (हि. स.)। हिमाचल में ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने कवायद तेज कर दी है। ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है। पंचायत प्रधानों को टास्क फोर्स का अध्यक्ष बनाया गया है। वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव, सहायक, पटवारी, पंचायत में रहने वाले शिक्षक, अंगानबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत में पी.एच.सी. के चिक्तिसा अधिकारी, एफ.एच. डब्लयू , सी.एच.ओ., आयुवैद्ध विभाग के कार्यकर्ता, आशा वर्कर के साथ ही नेहरु युवा मंडलों, स्वयं सहायता समूहों और महिला मंडलों के प्रतिनिधि को भी टास्क फोर्स में शामिल किया जाएगा। आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि टास्क फोर्स किसी अन्य सदस्य को भी फोर्स में शामिल करने के लिए स्वतंत्र होगी। मुख्य सचिव अनिल खाची द्वारा जारी आदेशों के मुताबिक टास्क फोर्स की निगरानी खंड विकास अधिकारी करेंगे। बी.डी.ओ. की निगरानी संबंधित एसडीएम द्वारा की जाएगी। टास्क फोर्स कोविड पॉजिटिव मामलों की सूचना स्वास्थय व राजस्व विभाग के साथ सांझा करेंगी। इसके साथ ही जिनको सांस लेने में तकलीफ आ रही है, उनकी सक्रीय निगरानी करते हुए उन्हे जल्द से जल्द कोविड-19 परीक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। पंचायत स्तर पर बी.डी.ओ. एस.डी.एम. की सहायता से आईसोलेशन और क्वारंटीन सुविधा को स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही टास्क फोर्स पंचायत क्षेत्र में टीकारण केेंद्र स्थापित करने में स्वास्थय विभाग की सहायत करने के साथ ही पंचायत के पात्र निवासियों को टीकारण करने के लिए प्रेरित करेंगी। आदेश राज्य के सभी भागों में अगले आदेशों तक तत्काल प्रभाव से लागू रहेगें। सरकार पंचायत स्तरीय पर बेहतर कार्य करने वाले टास्क फोर्स को जिला और राज्य स्तर पर स मानित भी करेंगी। इसको लेकर उनके कार्यों का मूल्याकंन किया जाएगा।टास्क फोर्स पंचायत स्तर पर जागरु कता अभियान भी चलाएगें। इसके तहत सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क पहनना, सामाजिक दूरी, स्वच्छता सहित कोविड नियमों के दिशानिर्देशों के प्रति लोगों को जागरु क किया जााएगा। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in