शिमला को चंडीगढ़ से जोड़ने वाला नेशनल हाइवे छठे दिन भी अवरुद्ध, पर्यटन उद्योग को नुकसान

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को चंडीगढ़ से जोड़ने वाला कालका-शिमला नेशनल हाइवे-5 सोमवार को लगातार छठे दिन भी भूस्खलन से बंद रहा।
शिमला को चंडीगढ़ से जोड़ने वाला नेशनल हाइवे छठे दिन भी अवरुद्ध, पर्यटन उद्योग को नुकसान
शिमला को चंडीगढ़ से जोड़ने वाला नेशनल हाइवे छठे दिन भी अवरुद्ध, पर्यटन उद्योग को नुकसान

शिमला, हि.स.। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को चंडीगढ़ से जोड़ने वाला कालका-शिमला नेशनल हाइवे-5 सोमवार को लगातार छठे दिन भी भूस्खलन से बंद रहा। करीब 90 किलोमीटर लंबे इस हाइवे पर यातायात बहाल करने के लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी की ओर से मरम्मत का कार्य युद्वस्तर पर चल रहा है।

इस अतिव्यस्त हाइवे के अवरुद्ध होने से पर्यटकों के आगमन में भारी गिरावट आई है। पर्यटन की दृष्टि से कालका-शिमला नेशनल हाइवे का अहम रोल है। दिल्ली, चंडीगढ़ समेत मैदानी राज्यों से शिमला पहुंचने के लिए इसी हाइवे से गुजरकर आना पड़ता है। हालांकि प्रशासन द्वारा वाहनों की आवाजाही वैकल्पिक मार्गों से की जा रही है लेकिन इन मार्गों से वाहन चालकों को लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। इस हाइवे के अवरुद्ध होने से पर्यटन कारोबारियों को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है।

हर वीकएंड पर पर्यटकों से सराबोर रहने वाली शिमला की वादियां इस बार पर्यटकों से सूनी देखी जा रही हैं। कालका-शिमला रेल मार्ग पर बीते माह से रेलों की आवाजाही ठप है। ऐसे में सैलानी इसी हाइवे से शिमला का रुख कर रहे थे।

दरअसल, सोलन जिला के परवाणु के चक्की मोड़ में बीते दो अगस्त को हुए भारी भूस्खलन से ये हाइवे अवरुद्ध हो गया था। इस दौरान हाइवे का करीब 40 मीटर हिस्सा कट गया था।

इस बीच प्रदेश के लोकनिर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को बताया कि नेशनल हाइवे की बहाली के प्रयास युद्धस्तर पर जारी है और प्रयोगात्मक रूप से कल यानी मंगलवार तक यातायात शुरू होने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि इस सड़क के अवरुद्ध होने से प्रदेश के पर्यटन को बहुत नुकसान हो रहा है, जो चिंताजनक है।

इधर, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य भर में भूस्खलन से सोमवार सुबह तक 186 सड़कें अवरुद्ध रहीं। इसके अलावा 206 बिजली ट्रांसफार्मर और 38 पेयजल परियोजनाएं भी बाधित हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि आगामी चार दिन तक राज्य में मानसून की सक्रियता से बारिश होने के आसार हैं। हालांकि इस दौरान कहीं भी भारी बारिश का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

कालका से सोलन तक ट्रेनों की आवाजाही 27 अगस्त तक स्थगित

उत्तर रेलवे ने सोलन से कालका तक ट्रेनों की आवाजाही 27 अगस्त तक स्थगित कर दी है। फिलहाल लोगों को शिमला से सोलन तक ही रेल सुविधा मिलेगी। शिमला रेलवे स्टेशन के अधीक्षक संजय घेरा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इससे पहले ट्रेनों की आवाजाही छह अगस्त तक बाधित थी लेकिन ट्रैक ठीक नहीं होने से अब 27 अगस्त तक आवाजाही बंद रहेगी।

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