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कोरोना काल में धर्मशाला व मैकलोड़गंज में कई होटल हुए बंद, सैंकड़ों युवा हुए बेरोजगार

धर्मशाला, 01 मई (हि.स.)। पयर्टन नगरी धर्मशाला-मैकलोड़गंज में राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर होटल उद्योग में काम करने वाले सैंकड़ों युवा बेरोजगार हो गए। कोरोना काल में बुरी तरह से प्रभावित हुई पर्यटन गतिविधियों के चलते अब यहां के होटल कारोबार पर भी ताले लटक गए हैं। जिससे इन बहुमंजिला भवनों को संभालने वाले सैंकड़ों युवाओं को होटल प्रबंधकों ने घर भेज दिया है। ऐसे में अब उन्हें भविष्य की चिंता सताने लगी है, कि कब तक यह दरवाजे बंद रहेंगे और तब तक उनकेे परिवार का खर्चा कैसे चलेगा। कोरोना संक्रमण बीमार लोगों पर ही नहीं मेहनत मजदूरी करने वालों के लिए भी बड़ा संकट बन कर आया है। शनिवार को राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के मौके पर यहां सैंकड़ों युवाओं को होटल बंद होने पर घर का रूख करना पड़ा। करीब एक साल पहले बिना काम के दिहाड़ी लगाने को मजबूर हुए इन लोगों को फिर से काम धंधा शुरू होने की उम्मीद जगी थी। लेकिन जैसे ही पर्यटन सीजन के पीक पर पहुंचने का समय आया, वैसे हो कोरोना संक्रमण के मामलों में भी इजाफा होने लगा। जिससे धीरे-धीरे पर्यटन कारोबार से जुड़े तमाम काम धंधे बंद होने लगे। यहां होटलों में काम करने वाले ही नहीं, रेहड़ी फड़ी लगाने वाले भी सैंकड़ों युवा काम बंद होने से घरों को लौट रहे हैं। इसके अलावा टैक्सी व आटो के कारोबार से भी सैंकड़ों लोग जुड़े हुए हैं। यहां आने वाले सैलानियों को ट्रैकिंग पर ले जाने से लेकर तमाम तरह की गतिविधियों से अनेकों लोग की रोजी रोटी चलती है लेकिन इन दिनों पूरी पर्यटन नगरी में सूनी पड़ी हुई है। लोगों को भविष्य की चिंता सताने लगी है। गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते होटलों में सभी बुकिंग भी रद्द हो गई हैं। ऐसे में होटल व्यवसायियों पर और अधिक आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है। इन सभी परिस्थितियों के चलते मुख्य पयर्टन स्थल धर्मशाला के होटल एवं रेस्तरां एसोसिएशन ने एक मई से 15 मई तक अपने होटल बंद करने का निर्णय किया है। हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील

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