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सुलह के शहीद जवान का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, सैंकड़ों लोगों ने दी अंतिम विदाई

धर्मशाला, 27 मार्च (हि.स.)। श्रीनगर के लावेपोरा में आंतकी हमले में शहादत पाने वाले कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा क्षेत्र के गांव देहरू के सीआरपीएफ जवान का शनिवार को उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। शहीद की पार्थिव देह शुक्रवार बीती देर रात उनके घर पंहुची थी। शहीद की पार्थिव देह को पिंजौर से उनके पैतृक गांव देहरू पंहुचाया गया। शहीद के अंतिम संस्कार में सैंकड़ों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी। शहीद अशोक कुमार को अंतिम विदाई देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार सहित प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। शहीद के माता-पिता व पत्नी ने भी उन्हें नम आंखों से विदाई दी। हालांकि पिता और पत्नी को इस बात का फख्र है कि अशोक ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। इस दौरान सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौजूद रहे जिन्होंने इस हमले का मुहतोड़ जबाव देने का वायदा किया है। उधर विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने भी शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया तथा सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि सुलह विधानसभा क्षेत्र के गांव देहरू के रहने वाले सीआरपीएफ में चालक के पद पर तैनात जवान अशोक कुमार बीते गुरूवार गुरूवार को श्रीनगर के लावेपोरा में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। शहीद अशोक की पत्नी सुषमा अपने दो बच्चों के साथ पिंजौर में रहती है। जबकि अन्य परिवार देहरू गांव में रहता है। पिंजौर से ही शहीद की पत्नी ने पति की शहादत की जानकारी परिवार वालों को दी थी। अशोक कुमार 2004 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। एक माह पहले वह घर आए थे। अशोक सीआरपीएफ में चालक के पद पर तैनात था, उनकी पत्नी सुषमा देवी बेटे आदित्य (11) और बेटी रिदिमा के साथ पिछले कुछ सालों से पिंजौर में रह रही हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील

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