ऊना में ब्लैक फ़ंगस से पहली मौत, 52 साल के व्यक्ति ने पीजीआई चण्डीगढ में तोड़ा दम
ऊना, 18 जून(हि.स.)। उना में कोरोना का ग्राफ अभी कम हो ही रहा था कि अब ब्लैक फंगस ने जिला पर अटैक कर दिया है। उपमंडल गगरेट के एक 52 वर्षीय व्यक्ति की ब्लैक फंगस से पीजीआई चंडीगढ में मौत हो गई। परिजन शव को लाने के लिए चंडीगढ रवाना हो गए हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार उपमंडल गगरेट के गांव अंबोटा के उक्त 52 वर्षीय व्यक्ति की जब तबीयत खराब हुई तो कोरोना टैस्ट करवाने की बजाए इसने स्थानीय अस्पताल से दवाई ली। जब इसकी हालत ओर बिगड गई तो 16 जून को उपचार के लिए पीजीआई चंडीगढ चला गया। जहां इसका कोरोना टैस्ट किया गया, जिसमें इसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसी दौरान इसकी आंख में खराबी आई, जब पीजीआई चिकित्सकों ने इसकी जांच की तो इसमें ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। चिकित्सकों ने इसका उपचार शुरु किया, लेकिन 18 जून को इस व्यक्ति की मौत हो गई। मरने वाले व्यक्ति की मौत पीजीआई चंडीगढ में हुई है और ये कोरोना पाॅजिटिव भी पीजीआई में ही आया था। अब ये मौत ऊना में काउंट होगी या पीजीआई में ये तय करना स्वास्थ्य विभाग का काम है। गगरेट के नोडल अफसर यशपाल ने इसकी पुष्टि की है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ऊना जिला में ब्लैक फंगस के अभी तक दो मामले रिकाॅर्ड में आए हैं। ये दोनो मरीज अब ठीक हो चुके हैं। इनमें से एक का उपचार पीजीआई में तो दूसरे मरीज का उपचार पंजाब के ही एक अन्य अस्पताल में हुआ था। हिन्दुस्थान समाचा/विकास/सुनील