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कोविड के बढ़ते मामलों के चलते कांगड़ा जिला में लगाई कई पांबदियां

धर्मशाला, 26 मार्च (हि.स.)। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते सरकार के दिशा-निर्देशों के बाद कांगड़ा जिला में एक बार फिर पाबंदियां लगा दी गई हैं। जिला में शादी समारोह और अंतिम संस्कार के दौरान तथा पालमपुर, धर्मशाला नगर निगम के चुनाव प्रक्रिया में कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना के साथ 50 से ज्यादा लोगों के भाग लेने पर रोक लगाई गई है जबकि अन्य सामाजिक, धार्मिक तथा राजनीतिक कार्यक्रमों के आयोजन पर भी पूर्णतया रोक रहेगी। इसी तरह से होली पर्व पर भी सार्वजनिक स्थलों पर सामूहिक तौर पर जत्था, टोलियों इत्यादि द्वारा होली खेलने पर रोक लगाई गई है। जिला दंडाधिकारी कांगड़ा राकेश प्रजापति द्वारा जारी आदेशों में मंदिरों, गुरूद्वारा, मस्जिदों, मॉनेस्टरी व अन्य धार्मिक स्थलों में लंगर तथा सामूहिक भोज पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा जबकि कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना करते हुए धार्मिक स्थलों में दर्शन की अनुमति रहेगी। इसमें धार्मिक स्थलों की प्रबंधक समितियों को सामाजिक दूरी, मास्क पहनना तथा सेनिटाइजर का उपयोग तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित करवानी होगी। प्रत्याशियों तथा उनके समर्थकों को करवाना होगा कोविड टेस्ट नगर निगम में डोर टू डोर प्रचार में शामिल होने वाले सभी प्रत्याशियों तथा उनके समर्थकों को कोविड-19 की आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी होगा। सभी प्रत्याशियों तथा उनके समर्थकों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या ब्लाक मेडिकल आफिस में कोविड-19 टेस्ट करवा सकते हैं। इसके साथ ही सभी प्रत्याशियों तथा डोर टू डोर प्रचार अभियान में शामिल होने वाले सभी समर्थकों को सामाजिक दूरी, मास्क पहनना तथा सेनिटाइजर का प्रयोग करना जरूरी होगा। चार अप्रैल तक बंद रहेंगे शिक्षण संस्थान जिला में सभी शिक्षण संस्थान चार अप्रैल तक बंद रहेंगे। केवल वही संस्थान खुले रहेंगे जिनमें परीक्षाएं चल रही हैं, परीक्षाओं के संचालन में कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना करना जरूरी है। इसके साथ ही शैक्षणिक संस्थानों के छात्रावासों को बंद करने की आवश्यकता नहीं है छात्रावासों में कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिए सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। उपायुक्त ने कहा कि सभी प्रवासी मजदूरों को जिला कांगड़ा की सीमा में उनके प्रवेश के दिन से सात दिनों के लिए आईसोलेट कर दिया जाएगा। प्रवासी मजदूरों के आईसोलेशन के दौरान उनकी व्यवस्था की जिम्मेदारी सम्बन्धित ठेकेदार की होगी। उन्होंने कहा कि ठेकेदार 25 मार्च के बाद जिला कांगड़ा में प्रवेश करने वाले प्रवासी मजदूरों के बारे में सम्बन्धित श्रम निरीक्षक से जानकारी सांझा करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील

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