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केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर का 30 फीसदी हिस्सा धर्मशाला व 70 फीसदी देहरा में बनेगा : कुलपति

सीयू का मुख्यालय भी धर्मशाला में ही बनेगा धर्मशाला, 17 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति डा. रोशन लाल शर्मा ने कहा केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर का 30 फीसदी हिस्सा धर्मशाला में व 70 फीसदी देहरा में बनेगा। केंद्रीय विश्वविद्यालय का मुख्यालय धर्मशाला ही रहेगा। कुलपति का कार्यालय भी धर्मशाला में ही बनेगा। इसके अलावा भारी आधारभूत संरचना वाले स्कूल देहरा में बनेंगे जबकि कम आधारभूत संरचना वाले स्कूल धर्मशाला में बनेंगे। शाहपुर में कोई भी भवन नहीं बनेगा। कुलपति डा. रोशन लाल शर्मा ने गुरूवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि कैंपस को लेकर देहरा में 30 और धर्मशाला में 70 फीसदी की अधिसूचना पूर्व यूपीए सरकार के कार्यकाल में जारी हुई थी जिसके मुताबिक ही कैंपस का निर्माण होगा। कुलपति ने कहा कि बीते 14 जून को देहरा कैंपस के लिए जमीन का कब्जा विश्वविद्यालय को मिल गया है जोकि बहुत खुशी की बात है। धर्मशाला में भी जल्द ही जमीन मिल जाएगी। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद धर्मशाला की जमीन को भी स्वीकृति मिल जाएगी। धर्मशाला में जमीन पूरी तरह सर्वे रिपोर्ट पर आधारित है। अगर अब रिपोर्ट सही नहीं आई तो अगला विकल्प देखा जाएगा। हमारे लिए अच्छी बात है कि हर अधिकारी सक्रिय है। धर्मशाला भूमि को लेकर अगर जरूरत पड़ी तो निजी भूमि को भी अधिग्रहित किया जाएगा। अगर भूमि मिल जाती है तो सीयू प्रशासन अपनी ओर से सड़क के लिए अलग मास्टर प्लान बनाएगा। उन्होंने कहा कि देहरा की भूमि पर भवन नियोजित तरीके से बनेगा। इसकी एवज में हमारा शैक्षणिक कार्य प्रभावित नहीं होगा। निर्माण को लेकर निर्माण कमेटी से बैठक होगी। कम से कम समय में निर्माण पूरा किया जाएगा। देहरा में कौन-कौन से स्कूल चलेंगे इस बारे में अभी निर्णय नहीं हुआ है। लेकिन जितने अभी हैं वो वहीं चलेंगे। देहरा में जितनी भूमि मिलनी थी मिल चुकी है। देहरा में 300 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है। नियमों के अनुसार देहरा में 116 हेक्टेयर में परिसर बनेगा। सीयू परिसर के लिए इससे ज्यादा जरूरत नहीं है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रस्ताव भी इतने का ही दिया था। वहीं जदरांगल में भी अब तक 25 हेक्टेयर भूमि विश्वविद्यालय के नाम हो चुकी है। बाकि बाकी भूमि के लिए प्रक्रिया चल रही है। गौरतलब है कि वर्ष 2010 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय का ऐलान केंद्रीय मंत्री पी. चिदबंरम्ब ने किया गया था। लेकिन उसके बाद प्रदेश में पहले भाजपा और फिर कांगे्रस की सरकार में सीयू राजनीति की भेंट चढ़ता गया। 2017 में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनने के बाद इसके निर्माण को लेकर कवयाद शुरू हुई और पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने धर्मशाला के समीप जदरांगल में इसका शिलान्यास किया। उसके बाद से ही देहरा और जदरांगल में बनने वाले दो कैंपस के लिए जमीन को लेकर चल रही कशमकश के बीच बीते 14 जून को देहरा की जमीन आखिरकार केंद्रीय वित राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के प्रयासों से विश्वविद्यालय के नाम हो गई है। वहीं अब धर्मशाला के जदरांगल में जमीन विश्वविद्यालय के नाम करने की प्रक्रिया जारी है। परीक्षाओं को लेकर अगले सप्ताह होने वाली बैठक में होगा निर्णय सीयू द्वारा ली जाने वाली विभिन्न स्कूलों की परीक्षाओं को लेकर अगले सप्ताह होने वाली बैठक में निर्णय होगा। परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी या ऑफलाइन इस पर निर्णय आगामी बैठक में लिया जाएगा। कुलपति डा. रोशन लाल ने बताया कि परीक्षाओं का कार्यक्रम कब और कैसा रहेगा यह सब अगले सप्ताह होने वाली बैठक में लिया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील

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