रेस्तरां में Dry Ice को माउथ फ्रेशनर समझकर खाने से खून की उल्टी करने लगे लोग, जानें क्यों है ये इतना खतरनाक?

Gurugram News: गुरुग्राम के एक रेस्तरां से बड़ी ही डरावनी खबर सामने आ रही है, जिसे पढ़कर सभी को अलर्ट होने की आवश्यकता है। दरअसल यह मामला गुरुग्राम के एक रेस्तरां La Forestta Cafe का है।
Dry Ice
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। गुरुग्राम के एक रेस्तरां से बड़ी ही डरावनी खबर सामने आ रही है, जिसे पढ़कर सभी को अलर्ट होने की आवश्यकता है। दरअसल यह मामला गुरुग्राम के एक रेस्तरां La Forestta Cafe का है। जहां उस समय पूरे रेस्तरां में हड़कंप मच गया, जब कुछ लोगो ने ड्राई आइस को माउथ फ्रेशनर समझकर खा लिया। जिसकी वजह से उन्हें खून की उल्टी होने लगी। उनकी तबियत इतनी खराब हो गई कि उन्हें एक प्राइवेट अस्तपताल के आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा। जहां दो लोगो की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं पुलिस ने इस मामले में La Forestta Cafe के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है और रेस्तरां के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

इसका खाने के रूप में उपयोग करना बेहद ही खतरनाक होता है

अस्तपताल में भर्ती कराने के बाद डॉक्टर ने जांच करने के बाद बताया कि रेस्तरां में इन लोगो ने जो चीज खाई थी वो ड्राई आइस थी, जो कि कार्बन डाई ऑक्साइड का ठोस रूप होता है। जिसका उपयोग कूलिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। ड्राई आइस का उपयोग मेडिकल इंडस्ट्री से लेकर फ़ूड इंडस्ट्री तक बड़ी मात्रा में किया जाता है। यह ड्राई आइस एक सूखी बर्फ के रूप में होती है, जो कि पानी से ही बनाई जाती है। इसको कूलिंग एजेंट के रूप में ही उपयोग किया जाता है। लेकिन इसका खाने के रूप में उपयोग करना बेहद ही खतरनाक होता है। जिसका परिमाण हमारे सामने है।

ड्राई आइस और घर में उपयोग की जाने वाली बर्फ में काफी अंतर होता है

ड्राई आइस और घर में उपयोग की जाने वाली बर्फ में काफी अंतर होता है। इसलिए इससे बचकर रहना चाहिए, न ही खुद खाना चाहिए और दुसरो को भी इससे सावधान करना चाहिए। जहां घर वाली बर्फ का तापमान माइनस 2-3 होता है। लेकिन ड्राई आइस की बात करें तो इसकी सतह का टेम्परेचर माइनस 80 डिग्री तक होता है। यह घर में खाने में प्रयोग की जाने वाली बर्फ की तरह गीली नहीं होती है सामान्य बर्फ जब अधिक तापमान के सामने आने लगती है तो पिघल कर पानी में बदल जाती है। लेकिन ड्राई आइस जब अधिक तापमान के संपर्क में आती है तो पिघलने की बजाय वह धुआं बनकर उड़ने लग जाती है।

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