नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। गुजरात के एक शादीशुदा जोड़े ने अपने जीवनभर की कमाई को दान में देकर जैन धर्म के साधु या कहें मौंक बनने का फैसला लिया है। इसमें गज़ब की बात ये है कि उन्होंने 200 करोड़ रुपये का त्याग कर सात्विक और शांति का जीवन जीने का निर्णय लिया है।
अपने बच्चों से मिली प्रेरणा
गुजरात के करोड़पति बिज़नेसमैन भावेश भाई भंडारी और उनकी पत्नी गुजरात के साबरकांथा जिले में हिम्मतनगर के निवासी हैं। उन्होंने अपने बच्चों से प्रेरित होकर सब त्याग दिया और शांति का जीवन चुनने का फैसला किया। उन्होंने अपने जीवनभर की कमाई का त्याग कर दिया और 200 करोड़ दान में दे दिए। भावेश भाई भंडारी और उनकी पत्नी पहले से ही जैन समाज के काफी करीब रहे हैं। उन्होंने अपने बच्चों और जैन समाज से प्रेरित होकर अपनी आलीशान जिंदगी का त्याग किया। उनकी 19 साल की बेटी और 16 साल के बेटे ने 2022 में सब कुछ त्याग कर जैन समुदाय के नियमों का पालन करना शुरु किया और साधु का जीवन जीने का आरंभ किया। भावेश भाई भंडारी और उनकी पत्नी के अलावा 35 लोगों ने एक साथ इस रास्ते पर चलने का फैसला लिया।
आंतरिक और मन की शांति से बढ़कर दुनिया में कुछ नहीं
इस बात से हर कोई हैरान है 200 करोड़ रुपये दान में देकर भगवान की अराधना में डूब जाना वाकई कमाल की बात है। क्योंकि कलयुग के ज़माने में सच्चाई, अच्छाई और शांति ढूंढना असंभव हो गया है। ऐसे में गुजरात के इस शादीशुदा जोड़े ने ये कदम उठा कर लोगों के लिए मिसाल कायम कर दिया है। आंतरिक और मन की शांति से बढ़कर दुनिया में कुछ नहीं है। अगर मन शांत नहीं होगा तो इससे परेशानियां और बढ़ती जाएगी। इसलिए अपने मन की चेतना को सदेव शांत रखना चाहिए।
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