Vibrant Gujarat Summit: प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक की

Vibrant Gujarat Summit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के महात्मा मंदिर में तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्टा के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
President Dr. Jose Ramos Horta and PM Narendra Modi
President Dr. Jose Ramos Horta and PM Narendra Modiraftaar.in

गांधीनगर, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के महात्मा मंदिर में तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्टा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति डॉ. जोस रामोस होर्टा गांधीनगर में 10वें वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 8 से 10 जनवरी तक भारत की यात्रा पर हैं।

सितंबर 2023 में, उन्होंने तिमोर-लेस्ते में भारतीय मिशन खोलने की घोषणा की थी

प्रधानमंत्री मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति होर्टा और उनके प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। यह दोनों देशों के बीच राज्य प्रमुख या सरकार स्तर की पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री ने एक जीवंत ‘दिल्ली-दिली’ संपर्क बनाने की भारत की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की। सितंबर 2023 में, उन्होंने तिमोर-लेस्ते में भारतीय मिशन खोलने की घोषणा की थी। उन्होंने तिमोर-लेस्ते को क्षमता निर्माण, मानव संसाधन विकास, आईटी, फिनटेक, ऊर्जा तथा पारंपरिक चिकित्सा और फार्मा सहित स्वास्थ्य सेवा में सहायता की पेशकश की। उन्होंने तिमोर-लेस्ते को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) और आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन (सीडीआरआई) में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित किया।

जल्द ही पूर्ण सदस्यता प्राप्त करने की आशा व्यक्त की

प्रधानमंत्री ने तिमोर-लेस्ते को अपने 11वें सदस्य के रूप में शामिल करने के आसियान के सैद्धांतिक निर्णय के लिए राष्ट्रपति होर्टा को बधाई दी और जल्द ही पूर्ण सदस्यता प्राप्त करने की आशा व्यक्त की।

शिखर सम्मेलन में भाग लेने के आमंत्रण के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया

राष्ट्रपति होर्टा ने शिखर सम्मेलन में भाग लेने के आमंत्रण के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने अपनी विकास प्राथमिकताओं को पूरा करने में, विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा और आईटी में क्षमता निर्माण के क्षेत्र में, भारत से सहयोग मांगा।

दोनों राजनेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय मुद्दों और विकास पर भी चर्चा की।

राष्ट्रपति होर्टा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए सशक्त समर्थन व्यक्त किया। दोनों राजनेताओं ने बहुपक्षीय क्षेत्र में अपना उत्कृष्ट सहयोग जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। प्रधानमंत्री ने वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन के दो संस्करणों में तिमोर-लेस्ते की सक्रिय भागीदारी की सराहना की। वे इस बात पर सहमत हुए कि ग्लोबल साउथ के देशों को वैश्विक मुद्दों पर अपनी स्थिति में तालमेल बिठाना चाहिए।

भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच द्विपक्षीय संबंध लोकतंत्र और बहुलता के साझा मूल्यों पर आधारित हैं। भारत 2002 में तिमोर-लेस्ते के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था।

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