वीमेंस एजुकेशन बोर्ड ने 1400 गेस्ट टीचर्स के लिए मांगे आवेदन, अंतिम तिथि 3 सितंबर
वीमेंस एजुकेशन बोर्ड ने 1400 गेस्ट टीचर्स के लिए मांगे आवेदन, अंतिम तिथि 3 सितंबर

वीमेंस एजुकेशन बोर्ड ने 1400 गेस्ट टीचर्स के लिए मांगे आवेदन, अंतिम तिथि 3 सितंबर

नई दिल्ली ,16 अगस्त (हि.स) दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध नॉन कॉलेजिएट वीमेंस एजुकेशन बोर्ड ने अपने 26 ग्रेजुएट और 1 पोस्ट ग्रेजुएट सेंटर पर गेस्ट फैकल्टी के रूप में पढ़ाने वाले 1400 टीचर्स के लिए नौकरी निकाली है। शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन पत्र मांगे गए हैं। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 3 सितंबर 2020 है। ऑनलाइन फॉर्म जमा कराने के लिए बोर्ड की वेबसाइट--www.ncweb.du.ac.in और डीयू की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म अपलोड व जमा कर सकते हैं। नॉन कॉलेजिएट वीमेंस एजुकेशन बोर्ड के अरबिंदो कॉलेज सेंटर प्रभारी प्रो. हंसराज 'सुमन' ने रविवार को बताया कि नॉन कॉलेजिएट बोर्ड में शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए गेस्ट फैकल्टी के रूप में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए आवेदन पत्र निकाले गए हैं, जो युवा शिक्षकों के लिए सुनहरा अवसर है। हर साल नॉन कॉलेजिएट का शैक्षिक सत्र अगस्त में शुरू हो जाता था लेकिन कोविड-19 के कारण इस साल विलंब से शुरू होगा। प्रो. सुमन का कहना है कि नियमित कॉलेजों में एडमिशन की दूसरी/तीसरी लिस्ट जारी होने के बाद ही नॉन कॉलेजिएट में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू होती है। इस बार सितंबर के अंतिम सप्ताह में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस साल बोर्ड के 26 सेंटरों पर शिक्षकों की संख्या में भी इजाफा होगा। यह इजाफा गत वर्ष ईडब्ल्यूएस को 10 फीसदी आरक्षण देने से छात्राओं की सीटें बढ़ने के कारण शिक्षकों की संख्या भी बढ़ेंगी। इन सेंटरों पर 6 -7 शिक्षक अतिरिक्त रखे जाएंगे। इस साल नॉन कॉलेजिएट में लगभग 1400 गेस्ट टीचर्स के रखे जाने की संभावना है। ये गेस्ट टीचर्स विभिन्न विभागों में बने एडहॉक पैनल में से श्रेणीवार लिए जाते हैं। बोर्ड उसके बाद इन सबको अपने 26 सेंटर पर नियुक्ति पत्र देकर भेज देता है। प्रत्येक शिक्षक को शनिवार, रविवार सेंटर में दो क्लॉसेज मिलती हैं। इस तरह एक सेमेस्टर में 25 दिन और दूसरे सेमेस्टर में 25 दिन की क्लॉसेज होती है। प्रो. सुमन ने बताया कि पिछले साल छात्राओं की बी.ए. (प्रोग्राम) और बी.कॉम (प्रोग्राम) में 10 फीसदी सीटें बढ़ी थीं। इस बार 15 फीसदी और बढ़ने पर 25 फीसदी सीटें बढ़ने से छात्राओं और शिक्षकों की सीटें बढ़ने पर लगभग 1400 शिक्षकों की नियुक्ति संभव है। उन्होंने बताया है कि ईडब्ल्यूएस के कारण बढ़ी सीटों पर उन ईडब्ल्यूएस शिक्षकों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा। हर विभाग ने इस बार ईडब्ल्यूएस कोटे के शिक्षकों का अलग से पैनल बनाया है। उसी पैनल में दर्ज शिक्षकों की नियुक्ति होती है। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश-hindusthansamachar.in

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