केजरीवाल ने अगर ग्रीन बजट को धरातल पर लागू किया होता तो दिल्लीवासियों को यह दिन नहीं देखने पड़ते : गुप्ता
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली के सटे राज्यों में पराली जलने से राष्ट्रीय राजधानी की आबोहवा दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। दिल्ली में रविवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 400 के पार चला गया। इस पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने गहरी चिंता जाताई है। गुप्ता ने कहा कि अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समय रहते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वादों का अमलीकरण करते तो आज राजधानी के लोग प्रदूषण के साए में पर्व नहीं मना रहे होते। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जितनी उत्सुकता ग्रीन बजट को लाने में दिखाई थी, अगर उतनी ही उत्सुकता ग्रीन बजट को धरातल पर लागू करने में दिखाई होती तो आज दिल्ली को यह दिन नहीं देखना पड़ता। गुप्ता ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार के जितने वादे विज्ञापन और होर्डिंग पर दिखे, उसे आज तक किसी दिल्लीवासियों ने जमीन पर नहीं देखा। गुप्ता के मुताबिक, 2020-21 के लिए जो पर्यावरण विभाग का बजट रखा है उसमें से अगस्त 2020 तक मात्र 6.8 प्रतिशत खर्च हुए हैं। जिसके तहत 30 करोड़ रुपये से दिल्ली की विभिन्न जगहों पर स्मॉग टावर, अगले 5 साल में राजधानी में दो करोड़ पौधे और 22 ग्रीनिंग एजेंसियां मिलकर 40 लाख पौधे लगाने का वादा किया गया, लेकिन इनमें कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि परिवहन व्यवस्था ठप हो गई। 5 हजार बसें लाने का वादा था, लेकिन डीटीसी बेड़े से बसें कम होती गईं। दिल्ली सरकार जवाब दे कि 2018 में ग्रीन बजट लाया गया, 26 घोषणाएं हुईं, लेकिन ज्यादातर घोषणा लागू क्यों नहीं की गई ? सुप्रीम कोर्ट ने स्मॉग टावर लगाने के लिए दो बार केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई, लेकिन अभी तक एक भी स्मॉग टावर क्यों नहीं लगे? उन्होंने कहा कि अपनी जिम्मेदारियों से भागकर केजरीवाल दिल्लीवासियों को सहूलियत देने के बजाय उनकी तकलीफ को और बढ़ा रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/वीरेन-hindusthansamachar.in