एनडीएमसी क्षेत्र में जल जनित रोगों के मामलों में आई गिरावट : डॉ. रमेश कुमार
एनडीएमसी क्षेत्र में जल जनित रोगों के मामलों में आई गिरावट : डॉ. रमेश कुमार

एनडीएमसी क्षेत्र में जल जनित रोगों के मामलों में आई गिरावट : डॉ. रमेश कुमार

नई दिल्ली, 30 सितम्बर (हि.स.)। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू और अन्य जलजनित बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के संबंध में किए जा रहे प्रयासों के फलस्वरूप पिछले दो वर्षों की तुलना में इस वर्ष इन मामलों की संख्या में कमी आई है। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद क्षेत्र में जलजनित रोगों की रोकथाम और नियंत्रण पर तीन साल की तुलनात्मक स्थिति पर रिपोर्ट जारी करते हुए परिषद के स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश कुमार ने बुधवार को यह जानकारी दी। डॉ. रमेश कुमार ने बताया कि जलजनित रोगों पर तीन साल की तुलनात्मक रिपोर्ट के अनुसार इस साल डेंगू के लिए पंजीकृत मामलों की संख्या केवल 22 है, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में काफी कम है। जबकि 2018 में 81 और 2019 में 52 आंकड़े थे। उन्होंने कहा कि जहां तक मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों की बात है, तो इस साल मलेरिया के मामलों की संख्या 08 है जबकि पिछले साल की तुलना में चिकनगुनिया के केवल 04 मामले सामने आए हैं। 2018 और 2019 में मलेरिया के मामले क्रमश: 49 और 44 थे। डॉ. कुमार ने बताया कि पालिका परिषद ने नियमित रूप से एंटी लार्वा चेकिंग अभियान चलाया हुआ है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 4,27,970 घरों एवं परिसरों का दौरा करके चेक किया और इनमें से लार्वा के लिए 1636 परिसर पॉजिटिव पाए गए हैं। साथ ही पालिका परिषद के स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य बिना कवर के ओवरहेड टैंक और अन्य पानी के कंटेनरों या जलपात्रों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो लार्वा प्रजनन के लिए संवेदनशील हैं। इस दौरान 8,36,480 पानी के कंटेनरों की जांच के बाद केवल 3514 लार्वा से पॉजिटिव पाए गए। एनडीएमसी ने इस वर्ष 2894 नोटिस जारी किए हैं जबकि वर्ष 2018 और 2019 में क्रमशः 3112 और 2819 जारी किए गए थे। इसी तरह वर्ष 2018 और 2019 के दौरान जारी किए गए चालान की संख्या क्रमशः 124 और 108 रही। जबकि इस वर्ष केवल 163 चालान जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुमार ने कहा कि जलजनित रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के संबंध में नई दिल्ली क्षेत्र के निवासियों को जागरूक बनाने, इस वर्ष कोविड-19 के कारण स्कूलों के छात्रों, आरडब्ल्यूए, एमटीए के लिये विचार विमर्श के लिये आदान प्रदान सत्रों या अन्य सार्वजनिक गतिविधियों के विकल्प के तौर पर पालिका परिषद एसएमएस संदेशों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। मोबाइल फोन पर कॉल कर रहे हैं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे हैं, होर्डिंग, पोस्टर और पैम्फलेट वितरित कर जागरुकता फैलाई जा रही है। पालिका परिषद प्रत्येक सप्ताह 50000 एसएमएस जारी कर रही है ताकि निवासियों को उनके इलाके में मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए स्वयं कार्रवाई करने के लिये प्रेरित किया जा सके। हिन्दुस्थान समाचार/ वीरेन्द्र-hindusthansamachar.in

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