Sengol History: सोने-चांदी से बने सेंगोल से जुड़े 10 अद्भुत फैक्ट्स, जानें किसने सौंपा था नेहरू को यह राजदंड

सेंगोल को आजादी के समय अंग्रेजों से सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में बनवाया गया था। सेंगोल को चोल शासन के समय सत्ता परिवर्तन के समय अपनाया जाता था।
नए संसद भवन में स्थापित होगा चांदी से बने सोने की वर्क का 'सेंगोल'
नए संसद भवन में स्थापित होगा चांदी से बने सोने की वर्क का 'सेंगोल'

नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे, इसके लिए केंद्र सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। हालांकि, विपक्षी पार्टियां ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से उद्घाटन ना कराए जाने को लेकर इसका बहिष्कार करने का ऐलान किया है। बहरहाल, हम यहां पर जानेंगे कि क्या है सेंगोल (राजदंड) से जुड़ी 10 बड़ी खास बातें।

चोल साम्रज्य से क्यों जुड़ा है सेंगोल का इतिहास

कहा जाता है कि सेंगोल (राजदंड) का इतिहास चोल साम्राज्य से जुड़ा हुआ है। उस समय सत्ता के हस्तांतरण में इसका ही इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, संसद में स्थापित होने वाले सेंगोल को सबसे पहले आजादी के समय जवाहर लाल नेहरू को सौंपा गया था।

1. सबसे पहले जानते हैं क्या है ये सेंगोल (राजदंड)

सेंगोल को राजदंड भी कहा जाता है जो राजा की राज-शक्ति का प्रतीक चिन्ह माना जाता है। भारत में सबसे पहले चोल शासन के वक्त एक शासक से दूसरे शासक को शासन के हस्तांतरण के वक्त इसका प्रयोग होता था।

2. क्यों बनवाया गया था सेंगोल?

सेंगोल को आजादी के समय अंग्रेजों से सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में बनवाया गया था। सेंगोल को चोल शासन के समय सत्ता परिवर्तन के समय अपनाया जाता था। इइसके बाद फैसला हुआ कि नेहरू को सेंगोल सौंपा जाएगा। इसके बाद राजगोपालाचारी ने अगस्त 1947 में भारतीय स्वतंत्रता को चिन्हित करने के लिए इसे बनवाने का फैसला किया।

3. नेहरू को कब सौंपा गया था सेंगोल?

सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक सेंगोल को जवाहर नेहरू को 14 अगस्त, 1947 को सेंगोल सौंपा गया था।

4. नेहरू को किसने सौंपा था सेंगोल?

सबेस पहले जवाहर लाल नेहरू को 'थिरूवावदुथुरई आधीनम' के महंत ने सेंगोल सौंपा था। 

5. कौन थे अधीनम?

ऐसा माना जाता है कि आधीनम गैर-ब्राह्मण अनुयायी थे और पांच सौ साल प्राचीन थे। चोल वंश में सत्ता के हस्तातंरण के वक्त सेंगोल को सौंपा जाता था। आजादी के बाद राजगोपालाचारी ने तमिलनाडु के थिरुवावदुथुरई आधीनम के प्रमुख से भारतीय हाथों में सत्ता के हस्तांतरण के लिए इसी अनुष्ठान को करने का अनुरोध किया।

6. किस चीज से बना है सेंगोल?

जवाहर लाल नेहरू को दिया गया सेंगोल चांदी का बनाया हुआ है, इस पर सोने की परत चढ़ी हुई है। 

7. किसने बनवाया था इसे ?

सेंगोल को आधीनम द्वारा दिए गए विशेष आदेश के बाद इसे बनवाया गया था। मद्रास के स्वर्णकार वुम्मिडि बंगारू चेट्टी ने इसे हस्तशिल्प कारीगरी से बनवाया था।

8. कितनी लंबाई है सेंगोल की?

आजादी के समय जवाहरलाल नेहरू को सौंपे गए सेंगोल की लंबाई 5 फीट है और अब वहीं सेंगोल पीएम मोदी को सौंपा जाएगा।

9. कैसे दोबारा चर्चा में आया सेंगोल?

नेहरू को हस्तांतरण के बाद सेंगोल नजर नहीं आया। बताया जा रहा कि इसे इलाहाबाद के संग्रहालय में रखा गया है 15 अगस्त, 1978 को कांची मठ के चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती ने एक संवाद में इस घटना को याद किया,इसके बाद सेंगोल चर्चा में आ गया।

10. कहां लगाया जाएगा सेंगोल? 

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि सेंगोल को नए संसद भवन में स्थापित किया जाएगा। इसे तमिलनाडु से आए अधीनम पीएम मोदी को सौंपेंगे। इसके बाद इसे स्पीकर की कुर्सी के पास हमेशा-हमेशा के लिए स्थापित किया जाएगा।

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