'सेंगोल' को कई वर्षों तक प्रयागराज संग्राहालय में रखा गया था। प्रधानमंत्री मोदी के कहने पर तय हुआ कि नई संसद में उन्हें पूरे सम्मान के साथ लाया जाएगा।