भारत विश्व के हर मानव के दुख को अपना दुख समझता है। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बुद्ध व्यक्ति से आगे बढ़कर एक बोध हैं।