Earth Day 2024: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? जानें सब कुछ

Earth Day 2024: मनुष्य द्वारा अपनी सुविधा के लिए किए जा रहे प्रकृति के साथ खिलवाड़ के कारण, ग्लोबल वॉर्मिंग, भूस्खलन और प्रदूषण जैसी समस्या से पर्यावण को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
Earth Day 2024
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। हम सबके जीवन में अर्थ( पृथ्वी) का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है। मनुष्य पशु पक्षी आदि सभी के जीवन में अर्थ का सबसे बड़ा योगदान होता हैं। आज 22 अप्रैल है, इस दिन अर्थ डे(पृथ्वी दिवस ) को मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत पर्यावरण को हो रहे खतरे के बारे में लोगों को बताना और कैसे अपने पर्यावरण को खतरे से बचाया जाए। यानि पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को कैसे जागरूक किया जाए। इस तरह की जागरूकता के लिए अर्थ डे की शुरुआत की गई।

पर्यावण को बचाने का प्रण

मनुष्य द्वारा अपनी सुविधा के लिए किए जा रहे प्रकृति के साथ खिलवाड़ के कारण, ग्लोबल वॉर्मिंग, भूस्खलन और प्रदूषण जैसी समस्या से पर्यावण को नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में अर्थ डे के द्वारा सभी मनुष्यों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जाता है। सभी मनुष्यों को अपने अपने स्तर पर पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। सरकार, निजी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज आदि संस्थाए पेड़ पौधे आदि लगाकर पर्यावरण को बचाने का इस दिन(अर्थ डे) प्रण लेते हैं।

आज 22 अप्रैल 2024 को 54वां अर्थ डे(पृथ्वी दिवस) मनाया जा रहा है

आज 22 अप्रैल 2024 को 54वां अर्थ डे(पृथ्वी दिवस) मनाया जा रहा है। इस दिन को पहली बार यूएस सिनेटर और पर्यावरणविद गेयलॉर्ड नेलसन और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट स्टुडेंट डेनिस हेस ने मनाया था और लोगों को पर्यावरण में हो रहे नुकसान के बारे में बताया था। उन्होंने अपने अपने स्तर पर लोगो से पर्यावरण को बचाने की मुहीम चलाने को कहा था।

इस थीम को रखने का उद्देश्य प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकना है

इस साल अर्थ डे की थीम ग्रह(Planet) बनाम प्लास्टिक को रखा गया है। इस थीम को रखने का उद्देश्य प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकना है। इसके लिए हम सब मनुष्यों को जितना हो सके उतना प्लास्टिक के चीजों के उपयोग से बचना चाहिए। हम सब जानते हैं कि प्लास्टिक से हमारे पर्यावरण को कितना नुकसान होता है। इस थीम के माध्यम से आने वाले वर्ष 2040 तक प्लास्टिक के उपयोग में 60 प्रतिशत तक गिरावट लाने का लक्ष्य है।

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