नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। दिल्ली के रहने वाले एक ठग ने ठगी का अनोखा तरीका निकाला। उसने ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने से पहले तो 45000 सिम ख़रीदे। फिर एक युवक को 80 लाख का चूना लगाया। देहरादून की एसटीएफ साइबर क्राइम ठगी का पर्दाफाश कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए मशीन टू मशीन मशीन का इस्तेमाल करता था। आरोपी का एक बड़ा गिरोह है। जो देहरादून से अन्य राज्यों में ठगी करता था। आपको बता दें कि गिरफ्तार किए गए आरोपी को न्यायालय के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया है।
ऐसे करता था ठगी
एसटीएफ अधिकारी आयुष अग्रवाल के मुताबिक देहरादून के एक निवासी ने शिकायत की थी। कि एक व्यक्ति को ट्रेडिंग से जुड़े एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था जहां ट्रेडिंग की जानकारी दी जाती थी। व्हाट्सएप ग्रुप को संचालित करने वाले व्यक्ति ने खुद को इंदिरा सिक्योरिटीज कंपनी का अधिकारी बताया था। जहां उसने पीड़ित व्यक्ति को एक अकाउंट खुलवाकर ट्रेडिंग करवाई। इसके बाद एक अन्य ग्रुप इंदिरा कस्टमर केयर ए 303 से जोड़कर एक ऐप डाउनलोड कराया। प्रक्रिया पूरी होने के बाद युवक से 80 लख रुपए का निवेश करवाया गया। जब निवेश का फायदा नहीं दिख तो वापस पैसे नहीं निकलना दिए। 80 लाख का चूना लगाने के बाद आरोपी ने संपर्क करना बंद कर दिया।
ऐसे हत्थे आया आरोपी
शिकायत मिलने के बाद एसटीएफ हरकत में आई और उसने एक जांच टीम बनाई। आरोपी जिन नंबरों से व्हाट्सएप्प कॉलिंग करता था। वह जीनो टेक्नोलॉजी के नाम पर मुदस्सिर मिर्जा निवासी तुर्कमान गेट दिल्ली के नाम पर रजिस्टर्ड है। इसके बाद एसटीएफ ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास 3000 से अधिक m2m सिम बरामद हुए। एसटीएफ की पूछताछ में आरोपी ने कहा कि उसने 45000 हजार सिम ख़रीदे थे। वह ट्रेडिंग के नाम पर कई लोगों को पहले भी थक चुका है और उसके एजेंट पूरे देश भर में फैले हैं।