इंटरव्यू कोचिंग से मिलते हैं बेमिसाल फायदे , आप भी जानिए

इंटरव्यू कोचिंग ,खुद को जॉब के लिए तैयार करने का अच्छा माध्यम हैं। अगर आप लगातार इंटरव्यू देते हुए थक चुके हैं , तो ये आपके लिए बहुत स्मार्ट ऑप्शन की तरह काम करता है।
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नई दिल्ली रफ्तार न्यूज डेस्क:  हर किसी की चाहत होती है कि वह पढ़ लिख कर एक अच्छी सी जॉब करे। उसका  करियर संवर सके, लेकिन अक्सर देखा गया है  कि सामने वाले के पास स्किल तो बहुत होती है। फिर भी इंटरव्यू के दौरान उसकी जॉब नहीं लग पाती। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारी सही तरह से तैयारी नहीं होती। ऐसे में हम इंटरव्यू के दौरान नर्वस हो जाते हैं या फिर खुद को सही से प्रोजेक्ट नहीं कर पाते ऐसे में आज हम आपको इंटरव्यू की कोचिंग के बारे में बताएंगे कि आप कैसे इंटरव्यू की कोचिंग की मदद से अपने फील्ड की मनचाही जॉब पा सकते हैं। यह कोचिंग आपके इंटरव्यू और स्किल को बेहतर बनाने से लेकर कॉन्फिडेंस को बिल्ड करने में काफी मददगार साबित होगी।

कम्युनिकेशन स्किल्स को इंप्रूव करें :

इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देना ही सिर्फ काफी नहीं होता बल्कि आप वह जवाब किस तरह से दे रहे हैं। यह भी बहुत अहम होता है। जब आप  इंटरव्यू की कोचिंग लेते हैं , तो इससे आपके कम्युनिकेशन स्किल्स इंप्रूव होते हैं। कोचिंग के जरिए वर्बल और नॉनवर्बल कम्युनिकेशन दोनों को बेहतर बनाने के गुण आपको सिखाए जाते हैं।  जिसकी मदद से आप इंटरव्यू के दौरान अच्छा कम्युनिकेशन कर सके और अपनी मनचाही जॉब पा सकते हैं। 

इंटरव्यू कोचिंग कम करती है घबराहट :

इंटरव्यू के दौरान नर्वस होना आम बात है।  कई लोग पहली बार जब इंटरव्यू देने जाते हैं तो वह इतने नर्वस होते हैं कि उन्हें यह तक नहीं पता होता है की शुरुआत कहां से करनी है और कैसे बैठना  है। इससे इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवाल से पहले उसका कॉन्फिडेंस गिर जाता है। 

किसी भी इंटरव्यू को क्लियर करने के लिए सबसे जरूरी होता है कॉन्फिडेंस , भले ही आपको बहुत सारे प्रश्नों के उत्तर ना आते हो, लेकिन अगर आपका कॉन्फिडेंस सही रहा तो उसके बावजूद भी आपको जॉब मिल सकती है। इंटरव्यू के दौरान खुद में आत्मविश्वास कैसे लाएं , इसकी प्रक्रिया सिखाई जाती है।

इंटरव्यू का फॉर्मेट समझना :

इंटरव्यू कोचिंग के दौरान जब आप मॉक इंटरव्यू को प्रैक्टिस करते हैं तो इससे आपको इंटरव्यू के फॉर्मेट को समझने में काफी मदद मिलती है।  इससे यह आपको समझ आता है कि इंटरव्यू में आपसे किस तरह के सवाल पूछे जा सकते हैं। और आपको उन सवाल का किस तरह से जवाब देना है। सवाल का जवाब कितने शब्दों में देना है कितना  देना है। अगर आप एक बार इंटरव्यू का फॉर्मेट समझ लेते हैं तो सबकुछ आसान हो जाता है।

अच्छा मिलता है फीडबैक :

इंटरव्यू के दौरान आपके लिए सबसे जरूरी चीज होती है कि हमने जो इंटरव्यू दिया है। उसका वह सही गया है कि गलत। इसके लिए आपको उसी समय फीडबैक मिल जाता। इंटरव्यू लेने वाले की बॉडी लैंग्वेज से समझ आ जाता है कि उसका फीड बैक कैसा है।

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