नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। मशहूर बिजनेसमैन और इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति की पत्नी और मशहूर लेखिका सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया किया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना की है। बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये नारी शक्ति का एक शक्तिशाली प्रमाण है।
पीएम मोदी ने दी सुधा मूर्ति को बधाई
राष्ट्रपति के द्वारा सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किये जाने पर पीएम मोदी ने उनको बधाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखे एक पोस्ट में लिखा, 'मुझे ख़ुशी है कि भारत के राष्ट्रपति ने श्रीमति सुधा मूर्ति को राज्यसभा में नामांकित किया है। सामाजिक कार्यों, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधाजी का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है। राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी 'नारी शक्ति' का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है। मैं उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं।'
कौन हैं सुधा मूर्ति?
आपको बता दें सुधा मूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष होने के साथ-साथ एक टीचर और राइटर भी हैं। इसके अलावा सुधा मूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं। उनका जन्म 19 अगस्त 1950 को कर्नाटक के एक गांव शिगगाँव में हुआ। उन्होंने इनंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति से साल 1978 में शादी की थी। उनकी एक बेटी अक्षरा मूर्ति हैं जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। सुधा मूर्ति के बेटे का नाम रोहन मूर्ति है। सुधा मूर्ति को 2006 में भारत सरकार द्वारा सामाजिक कार्यों के लिए भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
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