Kashi-Mathura Dispute: सुब्रमण्यम स्वामी ने काशी-मथुरा विवाद की PIL याचिका SC में की दर्ज, जल्द होगी सुनवाई

New Delhi: BJP नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने काशी-मथुरा विवाद का मुद्दा फिर SC में उठाया है। राष्ट्रवादी और हिंदूवादी विचारधारा से प्ररित स्वामी ने राम जन्मभूमि की भी वकालत की थी।
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। अयोध्या में हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से बीजेपी ने इतिहास रच दिया है। अयोध्या में हुई क्रांति के बाद बीजेपी के नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अब काशी-मथुरा का विवाद सुप्रीम कोर्ट में फिर से उठाया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की है। उन्होंने माग की है कि काशी-मथुरा में भी मंदिर बनाने की अनुमति दी जाए। देखा जाए तो बीजेपी का राम मंदिर बनाने का संकल्प पूरा हुआ। अब काशी-मथुरा की बारी है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने PM मोदी पर कसा तंज

यूं तो सुब्रमण्यम स्वामी राष्ट्रवादी और हिंदूवादी विचारधाराओं से अधीन हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी विरोधी टिप्पियों से अपनी मुसीबत बड़ा ली है। इसी के कारण पार्टी ने स्वामी से किनारा कर लिया है। उन्होंने इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए एक्स पर ट्वीट कर कहा कि "मैं अब ज्ञानवापी काशी विश्वनाथ मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि मथुरा मंदिर को पुनर्स्थापित करने की अनुमति देने के लिए 'प्लेस ऑफ वर्शिप 1991' (PIL) की जनहित याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने का अनुरोध करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय का रुख करूंगा। मोदी कुछ नहीं करेंगे लेकिन श्रेय लेने के लिए आएंगे।"

बीजेपी ने नहीं दी प्रतिक्रिया

सुब्रमण्यम स्वामी के इस बयान पर बीजेपी की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की पूरे देश में लहर देखने को मिली। लोगों ने रामलला का भव्य स्वागत किया, घर-घर में लोगों ने दिवाली मनाई। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हाथों से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उद्घाटन किया।

सुब्रमण्यम स्वामी ने लड़ा था अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद

सुब्रमण्यम स्वामी ने अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट में हिंदुओं को पक्ष रखा था। वह शुरुआत से ही रामजन्मभूमि की वकालत करते हुए आए हैं। इसलिए उन्होंने काशी-मथुरा विवाद का भी बेड़ा उठाया है। लेकिन उनके मोदी विरोधी विचार होने से वे खुद मुश्किलों में पड़ गए हैं। इसी कारण बीजेपी उन्हें किसी भी चुनाव में टिकट देने से किनारा कर रही है।

सुब्रमण्यम स्वामी को नहीं मिला प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण

अयोध्या में हुए भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का सुब्रमण्यम स्वामी को निमंत्रण नहीं मिला। जबकि राम मंदिर समीति ने बीजेपी के सभी छोटे-बड़े कार्यकर्ता को निमंत्रण भेजा था। निमंत्रण न मिलने की सूचना सुब्रमण्यम स्वामी ने खुद इस बात की जानकारी दी।

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