नई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज (सोमवार) से 23 दिसंबर तक तीन राज्यों पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और राजस्थान की यात्रा पर रहेंगी। वो आज आईआईटी, खड़गपुर के 69वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगी। इसके बाद बोलारम (सिकंदराबाद) स्थित 'राष्ट्रपति निलयम' पहुंचेंगी। यह जानकारी पीआईबी की विज्ञप्ति में साझा की गई है।
मंगलवार को हैदराबाद स्थित हैदराबाद पब्लिक स्कूल सोसाइटी के शताब्दी समारोह में भाग लेंगी
विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति अगले दिन मंगलवार को हैदराबाद स्थित हैदराबाद पब्लिक स्कूल सोसाइटी के शताब्दी समारोह में भाग लेंगी। 20 दिसंबर को तेलंगाना के यदाद्री भुवनागिरी जिले के पोचमपल्ली में वस्त्र मंत्रालय की हथकरघा व कताई इकाई और थीम मंडप देखने जाएंगी। वो स्थानीय बुनकरों से बातचीत भी करेंगी।
राष्ट्रपति मुर्मू 23 दिसंबर को राजस्थान के पोखरण में लाइव फायरिंग अभ्यास देखेंगी
राष्ट्रपति शाम को सिकंदराबाद में एमएनआर एजुकेशनल ट्रस्ट के स्वर्ण जयंती समारोह में हिस्सा लेंगी। राष्ट्रपति 21 दिसंबर को राष्ट्रपति निलयम में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी। अगले दिन राष्ट्रपति राज्य के गण्यमान्य व्यक्तियों, प्रमुख नागरिकों, शिक्षाविदों आदि के लिए राष्ट्रपति निलयम में एट होम रिसेप्शन की मेजबानी करेंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 23 दिसंबर को राजस्थान के पोखरण में लाइव फायरिंग अभ्यास देखेंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दिए गए प्रेणादायक भाषणो में से एक भाषण की झलक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक बहुत अच्छी वक्ता भी हैं। उन्होंने सितंबर में मानवाधिकार पर एशिया प्रशांत फोरम की वार्षिक आम बैठक और द्विवार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बहुत ही प्रेणादायक बात कही थी। उन्होंने इस अवसर पर सबसे आग्रह किया था कि वे मानवाधिकारों के मुद्दे को अलग-थलग न करें और प्रकृति की देखभाल पर भी उतना ही ध्यान दें, जो मानव के अविवेक से बुरी तरह आहत है। उन्होंने कहा कि भारत में हम मानते हैं कि ब्रह्मांड का प्रत्येक कण दिव्यता की अभिव्यक्ति है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, हमें प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए अपने प्रेम को फिर से जगाना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा था कि मनुष्य जितना अच्छा निर्माता है उतना ही अच्छा विध्वंसक भी है। वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार यह ग्रह छठे विलुप्त होने के चरण में प्रवेश कर चुका है, जहां मानव निर्मित विनाश, अगर नहीं रोका गया, तो न केवल मानव जाति बल्कि पृथ्वी पर अन्य जीवन भी नष्ट हो जाएगा। राष्ट्रपति ने कहा कि यह जानकर प्रसन्नता हुई कि सम्मेलन में एक सत्र विशेष रूप से पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के विषय पर समर्पित है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सम्मेलन एक व्यापक घोषणापत्र लेकर आएगा जो मानवता और ग्रह की बेहतरी का मार्ग प्रशस्त करेगा। राष्ट्रपति मुर्मू का हर दौरा काफी विशेष रहता है। उनके आज से चल रहे तीन राज्यों का दौरा भी समाज के लिए समर्पित रहेगा।
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