नई दिल्ली, हि.स.। संसद की सुरक्षा में चूक व सांसदों के निलंबन के विरोध में विपक्षी दलों के सांसदों ने आज विरोध मार्च निकाला। आज सभी आईएनडीआईए घटक दल के सांसदों ने संसद भवन परिसर से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने मांग की कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह संसद के दोनों सदन में सुरक्षा चूक मुद्दे पर जवाब दें और सभी निलंबित सांसदों का निलंबन वापस लिया जाए।
मोदी सरकार ने संसद को विपक्ष विहीन कर दिया
विरोध मार्च में शामिल हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि मोदी सरकार ने संसद को विपक्ष विहीन कर दिया है। संसद की सुरक्षा गंभीर मुद्दा है। गृह मंत्री इस मुद्दे पर सदन में जवाब नहीं दे रहे। विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। ऐसे में आईएनडीआईए घटक दल एक साथ हैं। हम लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई संसद से सड़क तक जारी रखेंगे।
संसद के दोनों सदनों में गृह मंत्री जवाब दें
उल्लेखनीय है कि संसद में हुई सुरक्षा चूक के मुद्दे पर विपक्ष मांग कर रहा है कि संसद के दोनों सदनों में गृह मंत्री जवाब दें। इस मांग को लेकर दोनों सदनों में विपक्ष के कुछ सांसदों ने असंसदीय आचरण अपनाया था, जिसके बाद दोनों सदनों से विपक्ष के 143 सांसदो को निलंबित कर दिया गया। इस निलंबन और सुरक्षा चूक मुद्दे को लेकर विपक्ष कांग्रेस के नेतृत्व में आज विरोध मार्च निकाल रहा है।
शुक्रवार को भी हो सकता है प्रदर्शन
दिल्ली कांग्रेस के प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा, "निलंबित किए गए सांसदों सहित अधिकांश भारतीय ब्लॉक नेताओं के इस शुक्रवार को प्रदर्शन में भाग लेने की उम्मीद है।" संसद के निचले सदन द्वारा विपक्षी सदस्यों को निलंबित करने के बाद, लोकसभा सचिवालय ने एक परिपत्र जारी किया जिसमें निलंबित सांसदों को विभिन्न संसदीय गतिविधियों से प्रतिबंधित करने वाले सख्त उपायों की रूपरेखा दी गई। परिपत्र में निलंबन के परिणामों का विवरण दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि सांसदों को उनके निलंबन की अवधि के दौरान संसद कक्ष, लॉबी और दीर्घाओं में प्रवेश करने से प्रतिबंधित किया गया है।
13 दिसंबर को हुई थी संसद की सुरक्षा में चूक
पिछले सप्ताह लोकसभा में शून्यकाल के दौरान 2 युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए थे। युवक अपने जूते में स्प्रे छिपाकर लाए थे। जिसे उन्होंने सदन में स्प्रे कर दिया और सदन में पीला धुआं फैल गया था।
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