NCB
NCB

NCB ने देश के सबसे बड़े डार्क नेट एलएसडी कार्टेल "जम्बाडा कार्टेल" को किया ध्वस्त

NCB-drug smuggling-gang arrested: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने मंगलवार को डार्कनेट पर संचालित हो रहे एक ड्रग तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ कर भारी मात्रा में ड्रग बरामद किया है।

नई दिल्ली, हि.स.। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मंगलवार को डार्कनेट पर संचालित हो रहे एक ड्रग तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ कर भारी मात्रा में ड्रग बरामद किया है। एनसीबी का दावा है कि उन्होंने भारत के सबसे बड़े डार्कनेट लिसेर्जिक एसिड डायथाइलैमाइड (एलएसडी) कार्टेल “जम्बाडा कार्टेल” का पर्दाफाश किया है।

51.38 लाख रुपये की ड्रग मनी जब्त

इस मामले में एनसीबी दिल्ली क्षेत्रीय इकाई की ओर से अब तक कुल 06 मामले दर्ज किए गए हैं। ड्रग्स के आयात और इसके अखिल भारतीय वितरण में शामिल 22 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है। इन कार्टेल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दिल्ली क्षेत्रीय इकाई द्वारा विशेष टीमों का गठन किया गया था। गहन साइबर गश्त और तकनीक के साथ- साथ फील्ड निगरानी के बाद, 19 अप्रैल 2023 को एक ऑपरेशन शुरू किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 15,000 एलएसडी ब्लॉट्स (वाणिज्यिक मात्रा के 2500 गुना से अधिक), 44 ग्राम एमडीएमए और 24.65 लाख रुपये की ड्रग मनी की जब्ती/ फ्रीज के साथ देश में दूसरे सबसे बड़े डार्कनेट एलएसडी कार्टेल को ध्वस्त करने में पहली सफलता मिली। आरोपित व्यक्तियों के पास से 29,013 एलएसडी ब्लोट्स (जोकि अपने आप में एक रिकॉर्ड है), 472 ग्राम एमडीएमए पाउडर और 51.38 लाख रुपये की ड्रग मनी जब्त की गई।

ज़म्बाडा कार्टेल दिल्ली एनसीआर से होता था संचालित

एनसीबी का कहना है कि निरंतर अभियानों में यह पता चला कि डार्कनेट पर एलएसडी में काम करने वाला सबसे बड़ा कार्टेल यानी ज़म्बाडा कार्टेल दिल्ली एनसीआर से संचालित होता था। ग्राउंड सर्विलांस द्वारा उत्पन्न सुरागों को आगे बढ़ाते हुए और तकनीकी निगरानी की अतिरिक्त सहायता से, इस कार्टेल के दो ग्राउंड ऑपरेटरों की पहचान की गई। एनसीबी की टीमों द्वारा उन पर दिन-रात नजर रखी गई, जिससे इस कार्टेल के मास्टरमाइंड का बल्लभगढ़ (फरीदाबाद) में होने का पता चला। तत्पश्चात इन व्यक्तियों के परिसरों में कई छापे मारे गए, जिसके परिणामस्वरूप 13,863 एलएसडी ब्लॉट्स, 428 ग्राम एमडीएमए और 26.73 लाख ड्रग मनी जब्त/फ्रीज की गई।

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in