Monsoon Session: मानसून सत्र से पहले केंद्र ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, सत्र से संबंधित मुद्दों पर हो सकती है बात

Monsson Session 2023: संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई को शुरू हो रहा है। मानसून सत्र से पहले विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। पहले यह बैठक मंगलवार को होनी थी..
Monsoon Session
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नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। Monsson Session: संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई को शुरू हो रहा है। केंद्र सरकार ने शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में सत्र से संबंधित कई मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा और इसे सुचारू रूप से चलाने को लेकर सभी दलों के साथ चर्चा की जएगी। इस बैठक में सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों समेत प्रधानमंत्री मोदी भी शिरकत करेंगे।

पहले से रही सर्वदलीय बैठक की परंपरा

आपको बता दें सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक की परंपरा पहले से रही है, जिसमें सरकार के वरिष्ठ मंत्री हिस्सा लेते हैं और विभिन्न दल बैठक में अपने मुद्दे रखते हैं। यह एक औपचारिक बैठक होती है जो संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले होती है।

मंगलवार को होनी थी सर्वदलीय बैठक

गौरतलब है कि पहले यह सर्वदलीय बैठक राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को बुलाई थी लेकिन कई दलों के नेताओं की गैरमौजूदगी के चलते यह बैठक टाल दी गई थी। बता दें कि 18 जुलाई दिन मंगलवार को विपक्षी दलों के नेता बेंगलुरु आने वाले चुनाव को देखते हुए अपनी-अपनी रणनीति बनाने के लिए विपक्षी महाबैठक में थे, जबकी सत्ताधारी पार्टी एनडीए के दलों की ऐसी ही बैठक इसी दिन दिल्ली में चल रही थी। इस वजह से सर्वदलीय बैठक की तिथि को आगे बढ़ा दिया गया।

हंगामेदार रहेगा मानसून सत्र

संसद के मानसून सत्र को हंगामेदार होने का अनुमान है। इस साल के आखिर तक कई राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा के चुनाव को देखते हुए बीजेपी और दूसरी पार्टियां एक दूसरे पर तीखे हमले बोल रही हैं। तो वहीं, केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली सरकार के अधिकार को लेकर आने वाले बिल पर जोरदार हंगामा मचने के आसार हैं। क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरे देश में विभिन्न पार्टियों से इस बिल का विरोध करने की अपील की है। जिसके बाद आने वाले बिल पर हंगामा होने के आसार तेज हो गए है। इसके साथ कांग्रेस और दूसरी पार्टियां मणिपुर के मुद्दे पर मोदी सरकार को घरने की तैयारी कर रही हैं। वहीं, केंद्रीय जांच एजेंसियों को गलत इस्तेमाल और महंगाई का मुद्दा भी संसद के मानसून सत्र में छाया रह सकता है। उल्लेखनीय है कि संसद का शीतकालीन सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ गया था।

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