नई दिल्ली, (हि.स.)। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 8,399 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत पर दिल्ली मेट्रो चरण-4 परियोजनाओं के दो कॉरीडोर अर्थात लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ को मंजूरी दे दी।
इसमें लगभग 11 किमी जमीन के नीचे और 1 किमी जमीन के ऊपर चलेगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिये गए फैसले की जानकारी देते हुए केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक वाली मेट्रो पूरी तरह से जमीन के ऊपर पुल पर होगी और इसमें 8.3 किमी की लाइन में 8 स्टेशन होंगे। इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ 12.37 किमी की लाइन में 10 स्टेशन होंगे। इसमें लगभग 11 किमी जमीन के नीचे और 1 किमी जमीन के ऊपर चलेगी।
इन लाइनों को जोड़ेगी मेट्रो
लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक मेट्रो लाइन सिलवर, मेजेंटा और वायलट लाइनों को जोड़ेगी। इसमें लाजपत नगर, एंड्रयूज गंज, ग्रेटर कैलाश - 1, चिराग दिल्ली, पुष्प भवन, साकेत जिला केंद्र, पुष्प विहार, साकेत जी - ब्लॉक स्टेशन होंगे।
ये होंगे स्टेशन
इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ लाइन में रेड लाइन, येलो लाइन, एयरपोर्ट लाइन, मेजेंटा, वायलट और ब्लू लाइन में बदलने की सुविधा होगी। इसमें इंद्रलोक, दया बस्ती, सराय रोहिल्ला, अजमल खान पार्क, नबी करीम, नई दिल्ली, एलएनजेपी अस्पताल, दिल्ली गेट, दिल्ली सचिवालय, इंद्रप्रस्थ स्टेशन होंगे।
अगर मेट्रो दिल्ली में नहीं आई होती तो राजधानी ट्रैफिक का बड़ा सामना कर रही होती
यह केंद्र की तरफ से दिल्लीवासियों के लिए बहुत बड़ी खुश खबरी है। दिल्ली देश की राजधानी है। मेट्रो केवल दिल्लीवासियों को ही नहीं बल्कि दिल्ली आने वाले सभी देशवासियों को ट्रैफिक से राहत देती है। मेट्रो के आने से दिल्लीवासियों को बहुत बड़ी राहत मिली थी। अगर मेट्रो दिल्ली में नहीं आई होती तो राजधानी ट्रैफिक का बड़ा सामना कर रही होती। जब से मेट्रो दिल्ली समेत देश के कई बड़े शहरों में आई है, इसने लोगो का सफर आरामदायक करने के साथ ही समय भी बचाया है। अभी भी दिल्ली एनसीआर में कई जगह मेट्रो से जुड़ने चाहिए, हो सकता हो यह केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजना में हो। लेकिन जो भी हो इसके तहत जल्द ही हर महत्वपूर्ण जगहों को मेट्रो से जल्द से जल्द जोड़ने का कार्य शुरू होना चाहिए।
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