नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज रांची में सीएम आवास में ED के सामने पेश हुए। जमीन घोटाला मामले में उनसे 3 घंट से अधिक पूछताछ हुई। इसके बाद हेमंत सोरेन ने ED अधिकारियों के खिलाफ SC-ST एक्ट के तहत FIR दर्ज कराई। ED द्वारा पूछताछ करने के दौरान उन्होंने गृह सचिव अविनाश कुमार को उनके पद से हटा दिया। मुख्य सचिव एल खियांगते को उ्होंने गृह सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया। वहीं उमाशंकर सिंह शिक्षा सचिव बनाए गए।
क्या होता है SC-ST एक्ट?
अनुसूचित जाति और जनजाति को मानसिक, शारिरीक और अन्य आपराधिक तरीको से प्रताड़ित या परेशान करने पर आरोपी पर SC-ST एक्ट के तहत मुकादमा दर्ज किया जाता है। चूंकि हेमंत सोरेन आदिवासी समाज से आते हैं इसलिए उन्होंने ED के खिलाफ SC-ST एक्ट के तहत FIR दर्ज कराई।
गृह सचिव को निकाल पद से
हेमंत सोरेन ने ED द्वारा पूछताछ के बीच झारखंड के गृहसचिव अविनाश कुमार को उनके पद से हटा दिया, और मुख्य सचिव एल खियांगते को उन्होंने गृह सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया। वहीं उमाशंकर सिंह शिक्षा सचिव बनाए गए। सियासी हलचलों के बीच उन्होंने ये कदम उठाया।
कुर्सी के लिए खेल जारी
आज ED के सामने पेश होने से पहले उन्होंने बैठक में JMM विधायकों का दो सादे कागज पर हस्ताक्षर लिया। JMM के कार्यकर्ताओं ने भी उनका पूरा समर्थन किया। सूत्रों के अनुसार, हेमंत सोरेन अगर जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार हो जाते हैं तो वो पार्टी की बागडोर अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को थमाना चाहते हैं, कल्पना सोरेन को अगला मुख्यमंत्री बनाने की खबरें भी आ रही हैं। इस बात से हेमंत सोरेन के बड़े भाई की पत्नी सीता सोरेन ने नाराजगी जताई है। क्योंकि सीता सोरेन के पति दुर्गा सोरेन ने JMM को बनाने में अपना पूरा जीवन लगा दिया। ऐसे में सीता सोरेन हेमंत सोरेन के खिलाफ बगावत कर सकती हैं।
खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in