ISRO: कौन हैं 'मिशन गगनयान' के 4 अंतरिक्ष यात्री, जिनके नाम आसमान में गूंजेगा 'भारत माता की जय' का नारा

New Delhi: 'मिशन गगनयान' के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने आज विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र से चार अंतरिक्ष यात्रियों के नाम की घोषणा की।
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के पास विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में भारत के पहले अंतरिक्ष में मानव संचालित 'मिशन गगनयान' में चार अंतरिक्ष यात्रियों के नाम का खुलासा किया। इस मिशन के लिए भारत में बने मिसाइल का प्रयोग किया जाएगा। आत्मनिर्भर भारत अब अंतरिक्ष में भी उड़ान भरेगा।

इन अंतरिक्ष यात्रियों के नाम की हुई घोषणा

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में चारों अंतरिक्ष यात्रियों के नाम की घोषणा की उन्होंने कहा- ISRO के सहयोग से ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप, और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला गगनयान मिशन के लिए उड़ान भरेंगे। चारो ही NDA के छात्र रह चुके हैं और चारो ही पायलट हैं।

कौन हैं ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर?

ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर का जन्म 26 अगस्त 1976 को केरल के तिरुवजियाड में हुआ था। इंडियन एयरफोर्स अकेडमी में उन्हें स्वोर्ड ऑफ ऑनर से नवाजा गया है। 19 दिसंबर 1998 को वह फाइटर स्ट्रीम में कमीशन बने। नायर 1 CAT A फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं, ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर आसमान में 3000 घंटे की उड़ान भरने का अनुभव हैं। उन्हें SU-30, MKI, Mig-21, MiG-29, An-32, जगुआर, हॉक, डोर्नियर जैसे कई उड़ानों चलाने का अनुभव है।

कौन हैं ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन?

ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन का जन्म 19 अप्रैल 1982 को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में हुआ था। इंडियन एयरफोर्स अकेडमी में उन्हें स्वोर्ड ऑफ ऑनर और गोल्ड मेडल से नवाजा गया है। उन्हें 21 जून 2003 को इंडियन एयरफोर्स की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन बने। वह फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं। अजीत कृष्णन DSSC वेलिंगटन के पूर्व छात्र भी रह चुके हैं। उन्हें SU-30, MKI, Mig-21, MiG-29, An-32, जगुआर, हॉक, डोर्नियर जैसे कई उड़ानों चलाने का अनुभव है। अजीत कृष्णन 2900 घंटे की उड़ान भरने का अनुभव हैं।

कौन हैं ग्रुप अंगद प्रताप?

ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप का जन्म 17 जुलाई 1982 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ था। वे 18 दिसंबर 2004 को इंडियन एयरफोर्स की लड़ाकू शाखा में नियुक्त हुए थे। इंडियन एयरफोर्स की फाइटर इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं। उन्हें 2000 घंटे की उड़ान भरने का अनुभव है। उन्हें SU-30, MKI, Mig-21, MiG-29, An-32, जगुआर, हॉक, डोर्नियर जैसे कई उड़ानों चलाने का अनुभव है।

कौन हैं विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला?

विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था। 17 जून 2006 को इंडियन एयरफोर्स की लड़ाकू शाखा में नियुक्त हुए। शुभांशु शुक्ला फाइटर कॉम्बैट लीडर और टेस्ट पायलट हैं। उनके पास 2000 घंटे की उड़ान भरने का अनुभव है। उन्हें SU-30, MKI, Mig-21, MiG-29, An-32, जगुआर, हॉक, डोर्नियर जैसे कई उड़ानों चलाने का अनुभव है।

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