नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में साफ कह दिया है कि हम CAA पर कोई समझौता नहीं करेंगे। CAA को वापस नहीं लिया जायेगा। केंद्र की मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून(Citizenship Amendment Act) को पूरे देश में लागू कर दिया है। जहां इसकी वैधता को लेकर IUML ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका डाली है। आगे का निर्णय तो सर्वोच्च न्यायालय को लेना है कि क्या वाक्य में यह सही है या नहीं। वहीं केंद्र सरकार इस कानून को लेकर पूरी तरह सख्त है और किसी भी हाल में इसे वापस नहीं लेगी। केंद्र सरकार ने सारे कानून को ध्यान में रखकर ही CAA को बनाया है।
ममता बनर्जी को शरण लेने वाले और घुसपैठिए में अंतर पता ही नहीं है
अमित शाह ने कहा कि CAA वापस नहीं लिया जायेगा। हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना हमारा संप्रभु अधिकार है। उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर कोई समझौता नहीं किया जायेगा। इस कानून को लेकर अमित शाह ममता बनर्जी पर भी बरसे, उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब भाजपा वहां सत्ता में आएगी और घुसपैठ को रोकेगी। बता दें कि अमित शाह ने वहां शब्द का प्रयोग पश्चिम बंगाल के लिए किया है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि अगर आप इस तरह की राजनीति करते हैं वो भी इतने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे के साथ, आप तुष्टीकरण की राजनीति करके घुसपैठ की अनुमति देते हैं तो इसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर शरणार्थियों को नागरिकता नहीं मिलेगी तो लोग आपके साथ नहीं रहेंगे। अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी को शरण लेने वाले और घुसपैठिए में अंतर पता ही नहीं है।
विपक्ष का इतिहास है वो जो बोलते हैं उसे करते नहीं हैं
अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका यही इतिहास है वो जो बोलते हैं वो करते नहीं हैं। वहीं अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को लेकर कहा कि मोदी और भाजपा जो बोलते है वो पत्थर की लकीर होती है। पीएम मोदी की हर गारंटी पूरी होती है। उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के पास और कोई काम नहीं है। अमित शाह ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक में राजनीतिक फायदा था, तो क्या हमे आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करनी चाहिए? केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को हटाने को लेकर विपक्ष के लिए कहा कि इसे हटाना भी हमारे राजनीतिक फायदे के लिए था। उन्होंने कहा कि हम तो 1950 से कह रहे थे कि अनुच्छेद 370 को हटा देंगे। विपक्ष का इतिहास है वो जो बोलते हैं उसे करते नहीं हैं।
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