नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। जैसा की सभी जानते हैं आज किसान आंदोलन की चेतावनी का आखिरी दिन है। किसान अपना आंदोलन जारी करते हैं या सरकार उनकी मांगे मान लेती हैं। यह सब आज शाम तक साफ हो जायेगा।
सरकार के 5 साल तक 5 फसल पर MSP देने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है
किसान नेताओं ने सरकार के 5 साल तक 5 फसल पर MSP देने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। यह निर्णय किसान आंदोलन में भाग लेने वाले दो किसान संगठन- किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के किसान नेताओं ने लिया है। वहीं किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे किसानो को दिल्ली नहीं आने देंगे।
उन्होंने बताया जब किसान आगे बढ़ रहे थे तो उनपर गोलीबारी हुई
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने केंद्र सरकार को कहा है कि अगर वे बातचीत के जरिये इस समस्या का हल चाहते हैं तो किसानो को दिल्ली जाने से रोका न जाये। उन्होंने बताया जब किसान आगे बढ़ रहे थे तो उनपर गोलीबारी हुई। उन्होंने बताया कि उनके ट्रैक्टरों के टायरो पर गोलियां भी लगी हैं। वहीं हरियाणा के DGP ने साफ साफ कह दिया है कि वे किसानों पर आसूं गैस का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने आंसू गैस छोड़ने वालो के खिलाफ सख्त सजा की मांग भी की ही।
अब जो भी होगा उसके लिए सरकार खुद ही जिम्मेदार होगी
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने हरियाणा की तुलना कश्मीर के हालातों से कर दी और कहा की हम 21 फरवरी को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक प्रस्ताव देकर हमारी मूल मांगो को नजरअंदाज करने का काम किया है। पंधेर ने कहा हम अपनी मांगो से पीछे नहीं हटेंगे। अब जो भी होगा उसके लिए सरकार खुद ही जिम्मेदार होगी।
किसानों को 23 फसलों पर MSP दी जाये
MSP को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि किसान संगठन केंद्र सरकार के प्रस्ताव से बिलकुल भी संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा की सरकार का प्रस्ताव किसान के पक्ष में नहीं है। डल्लेवाल ने कहा कि 5 फसलों पर MSP देंगे तो अन्य किसानों का क्या होगा। उन्होंने अपनी मांगे बताते हुए कहा कि किसानों को 23 फसलों पर MSP दी जाये। उन्होंने कहा कि अगर किसानों की मांगे पूरी नहीं हुई तो किसान लूटा जायेगा, जो उन्हें बिलकुल भी मंजूर नहीं है।
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