केंद्रीय मंत्री सिंधिया और अरुणाचल प्रदेश के CM 24 सितंबर को करेंगे एयरपोर्ट विस्तार का उद्घाटन

24 सितंबर को तेजू हवाई अड्डे पर नए बुनियादी ढांचे का होगा उद्घाटन।
अरुणाचल प्रदेश का तेज़ू हवाई अड्डा
अरुणाचल प्रदेश का तेज़ू हवाई अड्डाGoogle

नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के साथ 24 सितंबर को तेजू हवाई अड्डे के नव विकसित आधारभूत संरचना का उद्घाटन करेंगे। अरुणाचल प्रदेश का तेज़ू हवाई अड्डा तेज़ू शहर में स्थित एक घरेलू हवाई अड्डा है, जो एकल रनवे के माध्यम से प्रचालित होता रहा है। यह हवाई अड्डा 212 एकड़ भूमि पर विकसित किया गया है और एटीआर 72 प्रकार के विमानों के संचालन को संभालने में सक्षम है।

विमान पत्तन प्राधिकरण ने राज्य सरकार के अनुरोध पर तेजू हवाई अड्डे को प्रचालित करने के लिए विकास और उन्नयन कार्य किया। इस कार्य में रनवे का विस्तार (1500 मीटर x 30 मीटर) और एटीआर 72 प्रकार के दो विमानों के लिए एक नए एप्रन का निर्माण, एक नए टर्मिनल भवन और एक फायर स्टेशन सह एटीसी टॉवर का निर्माण किया गया। तेजू हवाई अड्डे को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की आरसीएस उड़ान योजना के तहत 2018 में प्रचालित किया गया था। यह हवाई अड्डा वर्तमान में एलायंस एयर और फ्लाईबिग एयरलाइन द्वारा नियमित निर्धारित उड़ानों के माध्यम से डिब्रूगढ़, इंफाल और गुवाहाटी से जुड़ा हुआ है। तेज़ू लोहित नदी के तट पर स्थित एक छोटा सा शहर है और अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले का मुख्यालय है। यह शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए विख्यात है, जहां चारों ओर हरे-भरे जंगल और ऊंची-ऊंची पहाड़ियां हैं।

टर्मिनल भवन की मुख्य विशेषताएं

- टर्मिनल क्षेत्र 4000 वर्गमीटर, पीक समय में सेवा क्षमता 300 यात्री।

- चेक-इन काउंटर : 05

- अराइवल कैरोसेल्स 02

- विमान पार्किंग बे: 02

- एटीआर-72 प्रकार के विमान।

विशेषताएं:

- डबल इंसुलेटेड रूफिंग प्रणाली, ऊर्जा सक्षम एचवीएसी और प्रकाश व्यवस्था।

- लो हीट गेन ग्लेज़िंग, ईसीबीसी-अनुपालक उपकरण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली।

- फ्लशिंग और बागवानी उद्देश्यों के लिए उपचारित पानी का पुन: उपयोग।

- वर्षा जल संचयन को सतत शहरी जल निकासी प्रणाली के साथ एकीकृत किया गया।

- कुशल जल फिक्स्चर का उपयोग।

परियोजना के लाभ-

- अधिक यातायात संभालने के लिए हवाई अड्डे की क्षमता का विस्तार।

- देश के बाकी हिस्सों के साथ उत्तर पूर्वी क्षेत्र की बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना।

- पर्यटन, व्यापार और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना।

- क्षेत्र में आधारभूत सरंचना के विकास और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना।

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in