
नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। भारत जल्दी ही फ्रांस से अपनी नौसेना के लिए 18 से 26 राफेल समुद्री लड़ाकू जेट (राफेल एम) खरीदने के लिए अरबों डॉलर के सौदे की घोषणा कर सकता है। राफेल एम लड़ाकू जहाज़ भारतीय नौसेना के स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। ये घोषणा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस दौरे के दौरान होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री का यह दौरा 13-14 जुलाई को है। पीएम को 14 जुलाई को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस 'बैस्टिल डे' परेड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है।
अमेरिका के बाद पीएम का फ्रांस दौरा
अमेरिका के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फ्रांस दौरा भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए अहम साबित हो सकता है। इस दौरे पर पीएम 24-30 राफेल-समुद्री जेट विमानों के अरबों डॉलर के सौदे की घोषणा कर सकते है। आपको बता दे राफेल एम का निर्माण फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने किया है। राफेल एम राफेल लड़ाकू विमान का नौसैनिक संस्करण है जिसका पूरा नाम राफेल मैरीटाइम है। इसमें भारतीय वायुसेना को मिले राफेल से 80 फीसदी से अधिक विशेषताएं हैं।
क्या है राफेल एम?
आपको बता दे राफेल एम का निर्माण फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने किया है। राफेल एम राफेल लड़ाकू विमान का नौसैनिक संस्करण है जिसका पूरा नाम राफेल मैरीटाइम है। दरअसल, लड़ाकू विमान के तीन प्रमुख संस्करण हैं- राफेल सी सिंगल-सीट जो जमीन से इस्तेमाल किए जाने वाला संस्करण है, राफेल बी दो सीटों वाला जमीन से इस्तेमाल किए जाने वाला संस्करण और राफेल एम जो सिंगल-सीट कैरियर-आधारित संस्करण है। राफेल एम का निर्माण फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने किया है।
राफेल एम की तकनीकी खूबियां
राफेल एम की लंबाई 15.27 मीटर, ऊंचाई 5.34 मीटर और वजन 10600 किलोग्राम है। इसकी ईंधन क्षमता 4700 किलोग्राम है। हाई अल्टीट्यूड में विमान की अधिकतम गति 1912 किमी/घंटा है, तो कम ऊंचाई पर इसकी रफ्तार 1390 किमी/घंटा है। तीन ड्रॉप टैंक के साथ इसकी रेंज 3700 किमी है। यह विमान किसी वाहक (कैरियर) पर उड़ान भर और उतर सकता है। इसकी इसी खूबी के करण राफेल एम लड़ाकू जहाज़ भारतीय नौसेना के स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। इसमें भारतीय वायुसेना को मिले राफेल से 80 फीसदी से अधिक विशेषताएं हैं।
राफेल से सस्ता होगा राफेल एम
प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा से ठीक एक सप्ताह पहले, रक्षा मंत्रालय का रक्षा खरीद बोर्ड 26 राफेल-एम जेट खरीदने के सौदे पर विचार कर रहा है। भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही 36 राफेल हैं जिन्हें जमीन पर हवाई अड्डों पर तैनात किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, राफेल एम विमान भारतीय वायु सेना द्वारा पहले खरीदे गए लड़ाकू विमानों की तुलना में सस्ते होंगे। इन्हें खुली निविदा का रास्ता अपनाने के बजाय सरकार-से-सरकार सौदे के माध्यम से खरीदा जाएगा।