नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी इंडि गठबंधन का आज काला दिन है। पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की। उसके थोड़ी ही देर बाद आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी लोकसभा की 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
CM अरविंद केजरीवाल ने नहीं दी प्रतिक्रिया
इस पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से अबतक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। पंजाब में पहले से ही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तीखी नोक-झोंक होती रहती है। मुख्यमंत्री भगवंत मान और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच कई बार जुबानी टकराव हुआ है।
बीजेपी को मिल सकता है इसका फायदा
कांग्रेस की ओर से अबतक इस बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लोकसभा चुनाव से पहले इंडि गठबंधन में आई दरार से इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगी। NDA के खातों में अधिक वोटों के जाने के आसार बढ़ गए हैं।
सीट बंटवारे का है मामला
इंडि गठबंधन में पिछले कई दिनों से बैठके होने के बाद भी सीट बंटवारे को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीट बंटवारे के मुद्दे को कांग्रेस को जल्द खत्म करने के लिए कहा था। लेकिन हर बार कांग्रेस सीट बंटवारे के मुद्दे से भागती नजर आई है। इसी कारण ममता बनर्जी ने आज खुद इंडि गठबंधन से अलग होने की बात कही और अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया। उन्हीं के रास्ते पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी अकेले चुनाव लड़ने की बात कही। साथ ही लोकसभा चुनाव में जीत का दावा किया।
बिहार में भी इंडि गठबंधन टूटने का कगार पर
वहीं दूसरी ओर बिहार में समाजवादी और लोकनायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलने की खुशी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ के पुल बांध दिए हैं। देखा ये भी जा रहा है कि जेडीयू और आरजेडी में पिछले कई दिनों से तनाव चल रहे हैं। ऐसे में देखना ये है कि नीतीश कुमार किसका दामन थामते हैं। दोनों राजनीतिक दल इंडि गठबंधन का हिस्सा हैं।
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