नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। संयुक्त राज्य संयुक्त राज्य अमेरिका और ईरान समर्थित यमन के हूथी विद्रोहियों में लाल सागर में अंतराष्ट्रीय व्यापार को लेकर चल रहा युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा। अमेरिकी सेना ने 10 दिनों में छठी बार यमन में हूथी विद्रोहियों के मिसाइलों को नष्ट कर दिया है जो लाल सागर में व्यापारी और सैन्य जहाजों पर हमला करने के लिए तैयार थे। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि हमलों को तब तक रोका नहीं जाएगा, जब तक हूथी विद्रोही अपनी हरकतों से बांज न आए और जहाजों पर हमला करना बंद न कर दें।
जॉन एफ किर्बी ने दी जानकारी
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन एफ किर्बी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, अमेरिकी सेना ने तीन हूती मिसाइलों और लांचरों को मार गिराया। उन्होंने यह नहीं बताया कि हमले में संयुक्त राज्य अमेरिका ने कौन से हथियार तैनात किए थे, लेकिन पिछले हमलों में क्रूजर मिसाइलों और लड़ाकू विमानों द्वारा गिराए गए हथियारों का इस्तेमाल किया गया था।
इजरायल गाजा युद्ध से बौखलाया हूती
ये हमले इतने दिनों में अमेरिका का छटा हमला था, इससे पहले हूतियों को लाल सागर और अदन की खाड़ी में स्वेज नहर से आने-जाने वाले शिपिंग लेन पर हमला करने से रोकने में अमेरिका विफल रहा, जो वैश्विक व्यापार के लिए महत्वपूर्ण हैं। ईरान समर्थित समूह का कहना है कि वह गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजरायल के सैन्य अभियान के विरोध में अपने हमले जारी रखेगा।
राष्ट्रपति बाइडन का बयान
अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने गुरुवार को कहा कि हूतियों के खिलाफ अमेरिकी के हवाई हमले जारी रहेंगे, भले ही उन्होंने लाल सागर शिपिंग पर समूह के हमलों को नहीं रोका है। बाइडन ने हूती को चेतावनी देते हुए कहा कि वे युद्ध जारी रखेंगे।
अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिकों हूती के खिलाफ किया था हमला
इससे पहले अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिकों ने मिलकर हूती के ठिकानों पर ताबड़ताड़ हमले किए। जिसमें हूती को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। इस हमले में अमेरिकी और ब्रिटिश में हूती के विमानों और युद्धपोतों के 60 से अधिक हूती ठिकानों पर हमला किया। जिनमें हवाई सुरक्षा, कमांड हब और एंटी-शिप क्रूज़ और बैलिस्टिक मिसाइलों को स्टोर करने और लॉन्च करने की सुविधाएं, साथ ही ड्रोन भी शामिल थे।
अभी भी हूती के हथियार पूरी तरह नष्ट नहीं हुए
अमेरिकी अधिकारियों ने आज आगाह किया कि 150 से अधिक सटीक-निर्देशित हथियारों के साथ अधिक हूती मिसाइल और ड्रोन लक्ष्यों को मारने के बाद भी, इन हमलों ने हूती की आक्रामक क्षमता का लगभग 20 से 30 प्रतिशत ही क्षतिग्रस्त या नष्ट कर दिया है।
अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in