
नई दिल्ली, हिन्दुस्थान समाचार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉक्टर्स दिवस के अवसर पर पूरे डॉक्टर समुदाय के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने शनिवार को ट्वीट किया, “#DoctorsDay पर, मैं संपूर्ण डॉक्टर समुदाय के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। सबसे अभूतपूर्व समय में भी, डॉक्टरों ने उच्चतम स्तर के साहस, निस्वार्थता और लचीलेपन का उदाहरण पेश किया है। उनका समर्पण उपचार से परे है; यह हमारे समाज को आशा और शक्ति देता है।”
डॉक्टर्स डे मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई
उल्लेखनीय है कि देश आज 33वां राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे मना रहा है। ऐसे में हर कोई यह जानना चाहेगा कि आखिर डॉक्टर्स डे मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई। आइए जानते हैं। इसकी शुरुआत 1991 से होती है। पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री और चिकित्सक, शिक्षाविद भारत रत्न डॉ. बिधान चन्द राय के सम्मान में इसकी शुरुआत की गई थी। इसके बाद से यह चलन आया। 1991 से यह दिवस को लोग मना रहे हैं।
सेवा परमो धर्म के मंत्र के साथ काम कर रहे हैं देश के चिकित्सकः डॉ. मनसुख मांडविया
वहीं, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर आज सभी चिकित्सकों को बधाई दी। उन्होंने कहा देश के सभी चिकित्सक सेवा परमो धर्म के मंत्र के साथ काम कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने ट्वीट किया- हमारे डॉक्टर स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने और एक स्वस्थ और समृद्ध भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। देश की सेवा कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि भारत में प्रत्येक वर्ष एक जुलाई को डॉ बिधान चंद्र राय की याद में उनकी जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। डॉ बिधान चंद्र राय प्रख्यात चिकित्सक, शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ थे। भारत को आजादी मिलने के बाद पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री बने थे। सन 1961 में बिधान चंद्र राय को भारत रत्न से विभूषित किया गया था।
चार्टर्ड अकाउंटेंट के योगदान की सराहना की
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट दिवस के अवसर पर चार्टर्ड अकाउंटेंट के योगदान की सराहना की है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को ट्वीट किया, “#CharteredAccountentsDay पर, हम एक पेशेवर समुदाय का सम्मान करते हैं जो हमारे देश के प्रमुख वित्तीय वास्तुकारों में से एक है। उनकी विश्लेषणात्मक कौशल और दृढ़ प्रतिबद्धता हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण है। उनकी विशेषज्ञता एक समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मदद करती है।'