दो फोटो में समझिए कैसे खत्म हुई कर्नाटक सीएम पद की तकरार, जानिए कैसे सिद्धारमैया ने मारी बाजी ?

सिद्धारमैया को लेकर कांग्रेस में शुरू से ही एकमत नहीं बन रहा था क्योंकि कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने यह साफ कर दिया था कि पार्टी उनकी अगुवाई में ही जीती है।
CM पद पर तकरार खत्म, खाने के टेबल पर बनी बात
CM पद पर तकरार खत्म, खाने के टेबल पर बनी बात

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। कर्नाटक में चुनावी जीत के बाद कांग्रेस का संकट अब खत्म हो गया है। कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और पार्टी के महासचिव-संगठन केसी वेणुगोपाल ने पार्टी की ओर से प्रेस वार्ता कर इस बात का ऐलान कर दिया की कर्नाटक का नया कप्तान सिद्धा ही होंगे और शिवकुमार को उपकप्तान की जिम्मेदारी मिली है। सिद्धारमैया अब कर्नाटक के सीएम होंगे और शिवकुमार को डिप्टी सीएम पद की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही गुरुवार की सुबह से ही दो तस्वीरें सोशल मीडिया में तैर रही हैं जिसके माध्यम से कांग्रेस यह संदेश देने की कोशिश में है कि पार्टी के अंदर खींचतान नहीं है। सब कुछ सही है। सीएम पद को लेकर अब कोई मतभेद नहीं है। कुल मिलाकर कहें तो कर्नाटक में सीएम पद को लेकर चल रही तकरार खत्म हो गई है।

राजस्थान में एक वक्त सीएम पद के लिए हुई थी खूब तकरार

बात पहले फोटो की जिसे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर पार्टी में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है। बता दें कि राजस्थान में प्रचंड गर्मी चल रही है। इसके साथ ही सचिन पायलट की यात्रा से वहां का राजनीतिक पारा भी काफी बढ़ा हुआ है। राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पालयट में एक वक्त सीएम पद के लिए खूब तकरार हुई थी जिसके बाद राहुल गांधी ने बीच का रास्ता निकालने के लिए इस मामले में खुद ही दखल देकर अशोक गहलोत के सिर पर राजस्थान का ताज रखा था। इसके कुछ समय बाद से ही सचिन पायलट बगावती सुर में दिखने लगे। कुल मिला कर कर्नाटक में भी ऐसी ही स्थिति बनती दिख रही थी। हालांकि खड़गे ने काफी सूझबूझ से इस स्थिति को संभाला और एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किया वह खुद कर्नाटक के सीनियर लीडर सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों ही दिख रहे हैं। इसके बाद से यह माना जा रहा कि अब बात बन गई है।

महासचिव-संगठन केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे।

बात दूसरे फोटो की कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने एक फोटो ट्वीट कर पार्टी की ताकत को दिखाया है। इस फोटो में पूर्व सीएम सिद्धारमैया और कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार एक साथ रणदीप सुरजेवाला के घर पर ब्रेकफास्ट करते नजर आ रहे हैं। इनके साथ पार्टी के महासचिव-संगठन केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे। कुल मिला कर पार्टी आगामी चुनाव 2024 से पहले यह मैसेज देने में किसी प्रकार की कमी नहीं दिखा रही कि पार्टी में अंदरूनी तौर पर किसी प्रकार की फूट नहीं है। पाटी पूरी एकजुट है और विपक्ष की एकता को लेकर सभी को अश्वस्त रहना चाहिए।

सीएम पद पर सिद्धा की कैसे बनी बात

सिद्धारमैया को लेकर कांग्रेस में शुरू से ही एकमत नहीं बन रहा था क्योंकि कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने यह साफ कर दिया था कि पार्टी उनकी अगुवाई में ही जीती है।इसलिए सीएम पद पर उनका हक है। हालांकि यह भी बता दें कि सिद्धा की बेदाग छवि उनके मार्ग को आसान कर गई। वहीं शिवकुमार के ऊपर लगे कई चार्ज ईडी के केस सहित कई मामले उनके मार्ग में बाधक बनते चले गए। आखिरी में कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद पर शिवकुमार का कमेंट करना भी उन्हें नुकसान कर गया। हाल में ही केंद्र सरकार ने उन्हें सीबीआई के नए डायरेक्टर के तौर पर प्रमोट कर दिया है। प्रदेश की कमान मिलते ही अगर सीबीआई के चीफ के तौर पर सूद अगर शिवकुमार को गिरफ्तार करते तो यह जनता के बीच सही मैसेज नहीं जाता। इसलिए सिद्धा पर पार्टी ने मुहर लगा दी।

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