
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। पहले की तरह इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है। साल 2022 की यूपीएससी परीक्षा में गौतमबुद्ध नगर की इतिशा किशोर ने सिविल सेवा के एग्जाम में पहली रैंक हासिल की है। वहीं, दूसरे स्थान पर बक्सर की गरिमा लोहिया और तीसरे पर तेलंगाना की उमा हरति रहीं। यहां पर हम जानेंगे कि इन तीनों टॉपर्स की पढ़ाई की स्ट्रेटेजी क्या थी।
यूपीएससी 2022 में ऑल इंडिया रैंक में पहले स्थान पर रहने वाली इशिता किशोर ने कहा कि मेरे परिवार ने मेरा असीम समर्थन किया। हालांकि, मैंने प्रीलिम्स को दो बार पास नहीं किया, लेकिन उन्हें मुझ पर बहुत विश्वास था। जिस तरह से उन्होंने मुझे आगे बढ़ाया और मेरे लिए चीजों को आसान किया, मैं उसके लिए उनकी बहुत आभारी रहूंगी।
इशिता किशोर (यूपीएससी रैंक-1) ईमानदारी से करें मेहनत
इशिता किशोर ने अपनी पढ़ाई को लेकर बताया कि यूपीएससी की परीक्षा वास्तव कठीन तो है क्योंकि तीन प्रकार की परीक्षा प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू के लिए अलग-अलग प्रकार की तैयारी करनी होती है। जो अभ्यर्थी ईमानदारी से लगातार मेहनत करता रहेगा, उसे उसका रिजल्ट जरूर मिलेगा।
गरिमा लोहिया (यूपीएससी रैंक-2) घर पर रहकर की पढ़ाई
यूपीएससी में दूसरी रैंक हासिल करने वाली बिहार के बक्सर की गरिमा लोहिया ने अपनी पढ़ाई को लेकर कहा कि मैंने घर पर रहकर पढ़ाई की। मैं रोजाना रात 9 बजे से सुबह 9 बजे तक पढ़ती थी क्योंकि उस समय कोई बाधा नहीं आती थी, बहुत शांति होती थी।
उमा हरति (यूपीएससी रैंक-3) परिवार का इमोशनल सपोर्ट की जरूरत
यूपीएससी 2022 में तेलंगाना की उमा हरति ने तीसरा स्थान ग्रहण किया। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा के लिए भावनात्मक रूप से सपोर्ट की जरूरत होती है। पुरूष और महिलाएं परिवार की सपोर्ट से इस सफलता को हालिस कर सकते हैं। बुक्स और जानकारी फ्री में मिल जाती हैं लेकिन परिवार का इमोशनल सपोर्ट नहीं मिलता है, इसलिए ये जरूरी है।
प्रसंजीत कौर (यूपीएससी रैंक -11) सब्र और मेहनत की जरूरत
यूपीएससी में 11वीं रैंक हासिल करने वाली श्रीनगर की प्रसंजीत कौर ने कहा कि मैं लोगों को कहना चाहूंगी कि इस यूपीएससी परीक्षा में बहुत परिश्रम चाहिए होता है, लेकिन हर इंसान में इसे पास करने की क्षमता होती है। कोई भी इंसान सब्र और मेहनत से कोई भी परीक्षा पास कर सकता है।