नई दिल्ली, हि.स.। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि बीज पर धीरे-धीरे निजी कंपनियों का एकाधिकार बढ़ता जा रहा है। इसे रोके जाने की जरूरत है। किसान और सरकार को मिलकर स्वदेशी बीजों को भी विलुप्त होने से बचाना होगा।।
टिकैत ने गुरुवार को ''हिंदुस्तान समाचार'' से बातचीत के दौरान कहा कि देश में बहुत से किसान भारतीय बीजों का संरक्षण कर रहे हैं और किसानों तक भारतीय बीज उपलब्ध भी करा रहे हैं। ऐसे किसानों को सरकार चिह्नित कर आर्थिक मदद करे। जिससे हमारे पारंपरिक बीज नष्ट होने से बचाए जा सकें। देश में बहुत सारे किसान अपने साधन-संसाधन से स्वदेशी बीजों को किसी तरह संरक्षित कर रहे हैं। ऐसे किसानों को सरकार को आर्थिक मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर निजी कंपनियों के हाथ में हमारे बीज चले गए तो किसान कंपनियों का गुलाम बनकर रह जाएगा।
टिकैत ने कहा कि कुछ किसान जो बीजों का संरक्षण कर रहे हैं उन्हें बीते दिनों राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है। यह अच्छी पहल है। ऐसे सभी किसानों को आर्थिक सहायता भी सरकार की ओर से मिलनी चाहिए। जिससे वह अपने काम में तेजी ला सकें।
टिकैत ने कहा कि हमें बीज पर कंपनियों का एकाधिकार नहीं होने देना है। उन्होंने कहा कि बीज बचेगा तो किसान बचेगा और किसान रहेगा तभी देश खुशहाल हो पाएगा।